गुरुग्राम – कम संसाधनों वाले समुदायों के बच्चों ने मंच पर अपनी अद्भुत प्रतिभा, हास्य और साहस का प्रदर्शन कर दर्शकों का दिल जीता। यह अवसर था लिटरेसी इंडिया के नए म्यूज़िकल थिएटर प्रोडक्शन ‘दूर के दर्शन’ की प्रस्तुति यानि शो का। इस आयोजन ने लिटरेसी इंडिया की ‘थिएटर इन एजुकेशन’ कार्यक्रम की ट्रांस्फॉर्मटिवे ताकत को दर्शाया। यह प्रोग्राम बच्चों में रचनात्मकता, आत्मविश्वास और लाइफ स्किल्स विकसित कर उन्हें पूरी शिक्षा प्रदान करता है। इसी प्रोग्राम ने ‘3 इडियट्स’ के प्रसिद्ध किरदार ‘मिलीमीटर’ और ‘भाग मिल्खा भाग’ के युवा कलाकारों को भी निखारा है।राजीव शर्मा द्वारा निर्देशित और निखिलराज द्वारा लिखित ‘दूर के दर्शन’ ने दर्शकों को इतिहास के रोमांचक सफर पर ले जाकर अकबर-बीरबल और कृष्णदेव राय-तेनालीराम की कहानियों को कॉमेडी अंदाज़ में पेश किया। इस शो में यूफोरिया के प्रसिद्ध कलाकार पलाश सेन और कोलकाता के संगीत निर्देशक और गायक बॉनी चक्रवर्ती के संगीत ने चार चांद लगा दिया।इस शाम को खास बनाने में लिटरेसी इंडिया के बिजवासन (दिल्ली), बाजघेरा और मुल्लाहेरा (गुरुग्राम) केंद्रों के बच्चों ने अहम भूमिका निभाई। ये बच्चे, जिनमें से कई हम्बल बैकग्राउंड से आते हैं, अपनी अदाकारी, गायन और टीमवर्क से दर्शकों का दिल जीत लिया ।इस मौके पर लिटरेसी इंडिया की संस्थापक और मैनेजिंग ट्रस्टी, और एयरबस-300 की पहली महिला कमांडर इंद्राणी सिंह ने कहा, “थिएटर केवल प्रदर्शन का माध्यम नहीं है। यह आत्मविश्वास बढ़ाता है, टीमवर्क सिखाता है, और बच्चों को लाइफ स्किल देता है जो उन्हें भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करता है। इन बच्चों को मंच पर चमकते देखना यह साबित करता है कि रचनात्मक शिक्षा में कितनी ट्रांस्फॉर्मटिवे क्षमता है। लिटरेसी इंडिया की ‘थिएटर इन एजुकेशन’ पहल प्रदर्शन कला को हरा तरह की शिक्षा को कंबाइन करती है, जिससे अंडरप्रिविलेज्ड कम्युनिटी के बच्चे अपनी क्षमता को पहचान पाते हैं, बाधाओं को पार कर आत्मविश्वास हासिल करते हैं और अपनी कहानियों से अपने समुदाय को प्रेरित करते हैं।इस आयोजन में एक और खास पहल लिटरेसी इंडिया के मोबाइल जर्नलिज्म कार्यक्रम किया था, जिसमें छात्रों ने पूरे प्रोडक्शन की जर्नी को डॉक्युमेंट किया। इस पहल ने बच्चों को कहानी कहने और टेक्निकल स्किल्स सिखाए, जिससे उन्हें डिजिटल प्रोडक्शन का बिहेवियरल एक्सपीरियंस मिला।तीन दशकों से अधिक समय से लिटरेसी इंडिया शिक्षा और स्किल एनहैंसमेंट के माध्यम से अंडरसर्वड कम्युनिटीज को सशक्त बना रहा है। उनके शैक्षणिक कार्यक्रमों के अलावा, थिएटर इन एजुकेशन जैसे रचनात्मक कार्यक्रम बच्चों में आत्मविश्वास, कला और सहयोग की भावना को बढ़ा रहा है, जिससे वे एक उज्जवल और आत्मनिर्भर भविष्य के लिए तैयार होते हैं।