गुरुग्राम- सिएना द्वारा नैसकॉम फाऊंडेशन के साथ मिलकर चलाए जा रहे अपने सीएसआर अभियान टेक फॉर चेंज प्रोग्राम के तहत ट्रेनिंग के तीसरे समूह का समापन इनोवेट एक्स सम्मान समारोह के साथ हुआ, जिसमें युवा नवचारकों के अनूठे, रचनात्मक विचारों और तकनीकी उत्कृष्टता का सम्मान किया गया। इस कार्यक्रम में सामाजिक समस्याओं का समाधान करने वाले परिवर्तनकारी और छात्रों द्वारा बनाए गए उपायों को सबके समक्ष लाया गया, और 200 में से चुने गए ऐसे 5 आइडियाज को सम्मानित कर, उन्हें अपने विचारों को अगले चरण तक ले जाने के लिए 5 लाख रुपए की सीड फंडिंग भी प्रदान की गई। नैसकॉम फाउंडेशन के चेयरपर्सन रोस्तोव रावनन ने कहा कि, भारत की सामाजिक परेशानियों का समाधान देश के युवाओं के पास ही है। युवाओं को इन विचारों को उपयोगी समाधानों में परिवर्तित करने के उपकरण और हथियारों से सशक्त करके, हम समाज में बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं। इस कार्यक्रम में हमारे साथ में सिएना जैसे संगठन जुड़े हैं, जिनकी मदद से हम दुनिया की बड़ी चुनौतियां से लड़ सकते हैं। इस कार्यक्रम के तहत छात्रों को डिजाइन थिंकिंग, रैपिड प्रोटोटाइपिंग, और उद्यमी सोच से समस्याओं के समाधान ढूँढने जैसे कौशल सिखाए जाते हैं, जिससे वो ऐसे समाधान विकसित कर सकें जो संयुक्त राष्ट्र के सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स की दिशा में हो। सिएना इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट और सेल्स लीडर अमित मलिक ने कहा कि, तकनीक की मदद से समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने के प्रति सिएना की प्रतिबद्धता का जीता जागता उदाहरण है टेक फॉर चेंज कार्यक्रम। हमें यह देखकर बहुत प्रेरणा मिलती है कि आज युवा उद्यमी आगे बढ़कर सामाजिक परेशानियों का हल निकाल रहे हैं। नैसकॉम फाउंडेशन के साथ, हम न केवल युवाओं को संसाधन मुहैया करवा रहे हैं, बल्कि एक ऐसा समग्र इकोसिस्टम तैयार कर रहे हैं, जिसमें ऐसे परिवर्तनकारी साथ मिलें, एक दूसरे से जुड़ें, कुछ नया बना सकें, और एक सस्टेनेबल भविष्य के लिए बदलाव ला सकें।इस साल के समुदाय में दिल्ली एनसीआर के आसपास की सर्वोच्च 10 से अधिक संथाओं के 350 छात्र शामिल थे जिसमें आईआईटी दिल्ली, जामिया मिलिया इस्लामिया, दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी और अन्य शामिल हैं, जिन्होंने इस कार्यक्रम के 4 ट्रैक मॉडल में भाग लिया।