कोलकाता- पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि एस्प्लेनेड इलाके में इंडियन सेक्युलर फ्रंट आईएसएफ के विरोध प्रदर्शन में हुई हिंसा पूर्व नियोजित थी या नहीं। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।मध्य कोलकाता के एस्प्लेनेड इलाके में विपक्षी आईएसएफ का विरोध प्रदर्शन बाद हिंसक हो गया और पुलिस के साथ हुई झड़प में कई पुलिसकर्मी और आईएसएफ के कार्यकर्ता घायल हो गए। पुलिस ने आईएसएफ के कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए उन पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। इसके बाद लगभग 500 की संख्या में मौजूद दर्शनकारी पीछे हट गए, लेकिन पास की गलियों से पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ऐसा प्रतीत होता है कि आईएसएफ कार्यकर्ताओं की दंगा करने की योजना थी और यही कारण है कि वे डोरिना क्रॉसिंग पर तैनात पुलिसकर्मियों पर हमला करने के लिए पत्थर, ईंट और लाठियां ले जा रहे थे। हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या हिंसा पूर्व नियोजित थी। पुलिस अधिकारी ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है और शनिवार को डोरिना क्रॉसिंग पर ड्यूटी पर मौजूद अधिकारियों से पूछताछ की गई। उन्होंने कहा, हम गिरफ्तार किए गए आईएसएफ कार्यकर्ताओं से भी बात कर रहे हैं। इस सिलसिले में प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे आईएसएफ के इकलौते विधायक नौशाद सिद्दीकी और पार्टी के करीब 80 समर्थकों को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। दक्षिण 24 परगना जिले के भांगर में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस टीएमसी द्वारा पार्टी कार्यकर्ताओं पर कथित हमलों के खिलाफ आईएसएफ डोरिना क्रॉसिंग पर विरोध प्रदर्शन कर रहा था।