नई दिल्ली- करोल बाग विधायक विशेष रवि ने उपराज्यपाल से गुहार लगाई है कि वह भाजपा शासित उत्तरी दिल्ली नगर निगम को झंडेवालान चेस्ट क्लीनिक और कुतुबगढ़ डिस्पेंसरी कॉम्प्लेक्स की ज़मीन को बेचने से रोकें। विधायक ने कहा कि निगम की संपत्ति को नीलाम करने का कार्य डीएमसी एक्ट का उल्लघंन है और इसे रोकना कानूनी तौर पर अनिवार्य है। विशेष रवि ने कहा कि पहला एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट फेल हो जाने के बाद भी निगम ने एक बार फिर से एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट 2 फरवरी को जारी किया है। विधायक ने बताया कि उत्तर दिल्ली नगर निगम ने चालाकी से महज 400-500 वर्ग मीटर जमीन का ही उल्लेख किया है, जबकि झंडेवालान क्लीनिक का असल क्षेत्रफल 3700 वर्ग मीटर है। विधायक को क्लीनिक के स्टॉफ ने बताया की आज भी क्लीनिक में रोजाना 300-400 मरीज अपने इलाज के लिए आते हैं। साथ ही यह क्लीनिक आसपास की 28 डिस्पेंसरियों की भी मदद करता है। विधायक विशेष रवि को स्टाफ ने बताया है कि उन्हें लगता है की भाजपा शासित निगम यह कार्य भाजपा के नेताओं की झोली अवैध रूप से भरने के लिए कर रही है। पहले यह होम्योपैथिक क्लीनिक और मलेरिया का दफ्तर भी था। जिसे निगम ने इस छुपे उद्देश्य के तहत बंद कर दिया और फिर इमारत को ढाह दिया, ताकि भाजपा के नेताओं को फायदा पहंचाने के लिए निगम इस पूरी जमीन को नीलाम कर सके। विधायक ने कहा कि यह कदम निगम के भ्रष्ट रवैये और अहंकार को दिखाता है। भाजपा की निगम का यह रवैया सिर्फ अपने नेताओं को फायदा पहचाने के लिए है।