नई दिल्ली – दाओस में शुरू हुई वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम-2025 की बैठक में भारत ने इतिहास रच दिया। इस बैठक में पहली बार जलशक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। पाटिल ने विश्व समुदाय को जल संरक्षण और मानव सभ्यता के लिए प्रधानमंत्री मोदी के नए परिवर्तनकारी विचारों का उपहार दिया। इसके बाद दुनिया के देशों में भविष्य में जल संरक्षण की दिशा में बढ़ने के लिए चर्चा शुरू हो गई हैं। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम-2025 में भारत की जल क्रांति और सस्टेनेबल जल प्रबंधन के तरीकों को दुनिया के देशों के सामने पेश किया गया। भारत के जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल ने वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने की तत्परता दिखाते हुए दुनिया के लिए जल सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित करने के लिए एक परिवर्तनकारी बहस शुरू की। इस चर्चा की अध्यक्षता करते हुए विश्व समुदाय को संबोधित करते हुए केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल ने कहा कि भारत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में सस्टेनेबल जल प्रबंधन पद्धति (तरीकों) को अपनाया है। पाटिल ने कहा कि भारत विश्व समुदाय को भी लाभ पहुंचाने के लिए तैयार है और भारत जल प्रबंधन से जुड़े संभावित मुद्दों पर हर सहयोग के लिए तैयार है। उन्होंने दुनिया में जल क्रांति और इसकी संभावना का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इस कार्य में आगे बढ़ने के लिए कई चुनौतियां हैं, लेकिन इन चुनौतियों से निपटने के लिए और समान जल प्रबंधन के लिए सभी देशों को आगे आने की भी अपील की। सी.आर. पाटिल दावोस में भाग लेने वाले भारत के पहले जल शक्ति मंत्री हैं। जल संरक्षण और सुरक्षा के प्रति भारत और देश के नेतृत्व की गंभीरता पर प्रकाश डालते हुए पाटिल ने कहा कि “प्रधानमंत्री मोदी इस मुद्दे को लेकर बहुत गंभीर हैं। वास्तव में, जल संरक्षण, सुरक्षा और सभी को पानी उपलब्ध कराना उनकी प्राथमिकता है। एक समय था जब गुजरात के कई क्षेत्र गंभीर जल संकट का सामना कर रहे थे, लेकिन उनके द्वारा अपनाए गए दूरदर्शी उपायों से सभी क्षेत्रों में जल सुरक्षा और स्थिरता आई। उन्होंने प्रत्येक जिले में कम से कम 65 अमृत तालाब का लक्ष्य रखा। आज 60,000 से अधिक एसे तालाब का संरक्षण या निर्माण किया गया है, जिससे जल संसाधन और प्रबंधन प्रयासों में काफी मदद मिली है।दावोस में सोमवार से शुरू हुई विश्व आर्थिक मंच 2025 की बैठक के साथ भारत वैश्विक मंच पर एक शक्ति बनकर उभरा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करते हुए टीम इंडिया ने एक बड़ी प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी संबोधित किया, जिसमें जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल भी शामिल थे । पाटिल ने प्रधानमंत्री मोदी के परिवर्तनकारी नेतृत्व में भारत की यात्रा का वर्णन करते हुए नए भारत को सभी के समाने रखा।गौरतलब है कि इस साल भारत ने दावोस में अपना सबसे बड़ा प्रतिनिधिमंडल भेजकर इतिहास रचा है। वैश्विक समुदाय के समक्ष भारत की मुखर आवाज ने समावेशी और समावेशी विकास में एक वैश्विक नेता के रूप में इसके उदय को बढ़ावा दिया है। इस वर्ष की थीम, “बुद्धिमान युग के लिए सहयोग” रखी गई है।