नई दिल्ली – महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेले गए मैच में भारतीय टीम ने बांग्लादेश को हराकर 7 विकेट से जीत दर्ज की. इस जीत में विराट कोहली का बड़ा योगदान रहा. उन्होंने 103 रनों की नाबाद पारी खेलकर टीम को एकतरफा जीत दिलाई. मगर, विराट के शतक के बाद अंपायर के वाइड बॉल ना देने के फैसले ने महफिल लूट ली. जी हां, चारों ओर चर्चा है कि अंपायर ने विराट कोहली का शतक पूरा करवाने के लिए वाइड नहीं दिया, लेकिन आइए अब हम आपको ICC के नियम के बारे में बताते हैं.बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए मुकाबले में विराट कोहली ने 97 गेंदों पर 103 रन की शतकीय पारी खेली. लेकिन, विराट का शतक मुश्किल दिख रहा था. दरअसल, भारतीय टीम को आखिर में जीतने के लिए 2 रन चाहिए थे और विराट कोहली को अपनी सेंचुरी पूरी करने के लिए 3 रन की जरूरत थी. तभी बॉलिंग करने आए नसुम अहमद ने लेग साइड की ओर गेंद फेंकी, जो काफी हद तक वाइड दिख रही थी, लेकिन, अंपायर रिचर्ड ने उसे वाइड नहीं दिया. बल्कि उस दौरान अंपायर ने एक ऐसी स्माइल दी, जिसकी चारों ओर खूब चर्चा हो रही है. फैंस का तो मानना ये है कि अंपायर रिचर्ड केटलबोरो ने जानबूझकर उस बॉल को वाइड नहीं दिया, वरना विराट शतक से चूक सकते थे. रिचर्ड केटलबोरो ने क्या जानबूझकर बॉल को वाइड नहीं दिया? नहीं, दरअसल, MCC के वाइड बॉल नियम 22.1.2 के मुताबिक गेंद को वाइड तब करार दिया जाएगा जब वह बल्लेबाज की रीच से बाहर हो. अगर बल्लेबाज नॉर्मल क्रिकेटिंग शॉट लगा सकता है तो उस गेंद को वाइड करार नहीं दिया जाएगा. ऐसे में विराट की बात करें तो, वह लेग स्टंप पर खड़े थे और जब गेंद फेंकी गई तो वह ऑफ स्टंप की ओर बढ़ गए थे, जिसके चलते अंपायर ने इसे वाइड करार नहीं दिया. इसलिए ये कहना गलत नहीं होगा की अंपायर रिचर्ड केटलबोरो ने फैसला विराट कोहली के हक में नहीं बल्कि नियमों के अंदर ही दिया.