नई दिल्ली- पिछले दो सप्ताहों के दौरान तंबाकू की दिग्गज कंपनी गॉडफ्रे फिलिप्स इंडिया के भीतर कड़वाहट भरा पारिवारिक झगड़ा और भी गहरा हो गया है, जिसमें बौद्धिक संपदा अधिकारों पर वाद-विवाद और मारपीट के आरोप शामिल हैं। नए विवाद की शुरूआत मोदी परिवार के वंशज और तंबाकू साम्राज्य के प्रमुख व्यक्ति समीर मोदी पर दिल्ली स्थित कंपनी के मुख्यालय में कथित हमले के साथ हुई।ग्रॉडफ्रे फिलिप्स के कार्यकारी निदेशक और स्वर्गीय उद्योगपति केके मोदी के छोटे बेटे समीर मोदी ने दिल्ली पुलिस में एक शिकायत दर्ज की, जिन्होंने अपनी मां बीना मोदी (चेयरपर्सन और मैनेजिंग डायरेक्टर) पर 30 मई को बोर्ड मीटिंग के दौरान उन हमले का आरोप लगाया था। समीर ने कहा कि बीना की निजी सुरक्षा अधिकारी ने उनके कहने पर उन पर हमला किया जिसके चलते उनकी दाहिनी तर्जनी टूट गई।इसके बाद समीर ने निदेशक मंडल को एक पत्र लिखकर कंपनी में बढ़ती अशांति के बारे में बताया और भीतरी कलह को दूर करने के लिए उचित कार्रवाई की मांग की। इस पत्र में उन्होनें विरासत की हैण्डलिंग के झगड़े से निपटने के प्रबन्धन के तरीके पर चिंता जताई और स्थिरता बहाल करने के लिए तत्काल हस्तक्षेप की मांग की। इस हमले के बारे में मीडिया इंटरव्यू पर चर्चा के लिए बुलाई गई आपातकालीन बैठक की वैद्यता पर भी सवाल उठाया। बोर्ड को लिखे पत्र में बीना मोदी ने आरोपों से इन्कार करते हुए कहा कि सीसीटीवी फुटेज में समीर हमलावर के रूप में साफ दिख रहे हैं। उनके विद्रोही और दबंग रवैये ने परिवार की दरार को और गहरा कर दिया है, जिससे गॉंडफ्रे फिलिप्स के भावी नेतृत्व पर संदेह उत्पन्न हुआ है।यह विवाद 24सैवन कन्वीनिएन्स रीटेल चेन पर बड़े विवाद के बीच शुरू हुआ। 24सैवन के संस्थापक समीर ने दावा किया कि गॉडफ्रे फिलिप्स को इसके बौद्धिक संपदा अधिकारों के इस्तेमाल के लिए उन्हें रॉयल्टी भुगतान करना है। बीना मोदी कथित तौर पर रीटेल उद्यम से बाहर निकलना चाहती हैं।गॉडफ्रे फिलिप्स की पर्तें खुलने के साथ हितधारकों का संघर्ष बढ़ रहा है। हालिया घटना, केके मोदी की रु 12000 करोड़ की विरासत को लेकर लंबे समय से चल रहे पारिवारिक झगड़े का ताज़ा अध्याय है। पुलिस जांच और 24 सैवन के रॉयल्टी विवाद के परिणाम आना बाकी है, लेकिन एक चीज़ साफ हैः गॉडफ्रे फिलिप्स के भीतर झगड़े की रेखाएं गहरी होती जा रही हैं।