अहमदाबाद- गुजरात विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी प्रचंड बहुमत के साथ जीत हासिल करने और राज्य के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी जीत दर्ज करने के करीब पहुंच गई है। निर्वाचन आयोग से प्राप्त ताजा आंकड़ों के मुताबिक भाजपा ने 101 सीटों पर जीत हासिल कर ली जबकि 55 सीटों पर उसके उम्मीदवार बढ़त बनाए हुए हैं। इस प्रकार वह 156 सीटों पर जीत की ओर तेजी से बढ़ रही है।कांग्रेस आठ सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है और नौ सीटों पर उसके उम्मीदवार आगे हैं। पेरश धनानी सहित कांग्रेस के कई प्रमुख नेताओं को हार का सामना करना पड़ा है। आम आदमी पार्टी के भी चार उम्मीवार चुनाव जीत चुके हैं और एक पर उसका उम्मीवार आगे है। आप की तरफ से मुख्यमंत्री पद के चेहरे इसुदान गढ़वी को खंभालिया सीट से भाजपा उम्मीदवार के हाथों 18,000 से अधिक मतों से शिकस्त मिली है।भाजपा ने 2002 में सर्वाधिक 127 सीटों पर जीत हासिल की थी। उस वक्त नरेन्द्र मोदी राज्य के मुख्यमंत्री थे। इसके बाद भाजपा कभी उस आंकड़े तक नहीं पहुंच सकी थी। लेकिन इस बार लग रहा है कि वह अपने पिछले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को पार कर सकती है। साल 1995 से लेकर अब तक हुए सभी चुनावों में भाजपा ने जीत दर्ज की है।पार्टी 1985 में माधवसिंह सोलंकी के नेतृत्व में कांग्रेस द्वारा जीती गई 149 सीटों के रिकॉर्ड को तोडऩे के भी करीब है।निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के मुताबिक भाजपा के उम्मीदवार घाटलोडिया, दाहोद, माजुरा, पेटलाद, महुवा, नवसारी, लिमखेड़ा, बारदोली, सूरत पूर्व, गंडेवी, मेहमदाबाद, मानसा, गडाडा, जसडण और गोंडल सहित 73 सीटें जीत चुकी है।मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल घाटलोडिया सीट से चुनाव जीत चुके हैं। गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी भी सूरत के माजूरा सीट से 1.16 लाख मतों से चुनाव जीत चुके हैं। वर्तमान विधायक और पूर्व मंत्री कुंवरजी भाई बावलिया जसडण से चुनाव जीत गए हैं।कांग्रेस नेता अर्जुन मोढवाडिया भी पोरबंदर से चुनाव जीत गए हैं। उन्होंने भाजपा के वर्तमान विधायक बाबू बोखिरिया को पराजित किया। वर्तमान कांग्रेस विधायक इमरान खेडावाला जमालपुर-खडिया से चुनाव जीत गए हैं।आणंद के पेटलाद सीट पर भाजपा के कमलेश पटेल ने कांग्रेस के प्रकाश परमार को 17 हजार से अधिक मतों से पराजित किया।अनूसचित जनजाति के लिए आरक्षित दाहोद सीट पर भाजपा के कन्हैयालाल किशोरी ने कांग्रेस के हर्षद निनामा को 29 हजार से अधिक मतों से पराजित किया। लिमखेड़ा में भाजपा के सुमन भाभोर ने जीत दर्ज की।मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भाजपा के इस प्रदर्शन का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को दिया और कहा कि राज्य की जनता ने चुनाव में राष्ट्र-विरोधी तत्वों को नकार दिया।गुजरात भाजपा के अध्यक्ष सी. आर पाटिल ने कहा कि भूपेंद्र पटेल मुख्यमंत्री पद पर बने रहेंगे और वह 12 दिसंबर को शपथ ग्रहण करेंगे।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि गुजरात के लोगों ने खोखले वादे, रेवड़ी व तुष्टिकरण की राजनीति करने वालों को नकार कर विकास एवं जनकल्याण को समर्पित नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा को अभूतपूर्व जनादेश दिया है।शाह ने एक ट्वीट में कहा कि गुजरात ने हमेशा इतिहास रचने का काम किया है और राज्य में इस ऐतिहासिक जीत पर गुजरात की जनता को नमन करता हूँ। उन्होंने कहा कि पिछले दो दशक में मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा ने गुजरात में विकास के सभी रिकॉर्ड तोड़े और आज गुजरात की जनता ने भाजपा को आशीर्वाद देकर जीत के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए।अमित शाह ने कहा कि यह नरेंद्र मोदी के विकास मॉडल में जनता के अटूट विश्वास की जीत है।भाजपा के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने पार्टी के प्रदर्शन को ऐतिहासिक करार दिया और कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकास व सुशासन के प्रति प्रतिबद्धता की जीत है। नड्डा ने एक ट्वीट में कहा, गुजरात चुनावों में भाजपा की ऐतिहासिक विजय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकास, सुशासन और लोक कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता की जीत है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा को यह भव्य जीत मिली है। उन्होंने इसके लिए गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, गुजरात भाजपा के अध्यक्ष सी आर पाटिल और सभी कार्यकर्ताओं को बधाई दी। एक अन्य ट्वीट में नड्डा ने कहा कि गुजरात ने पिछले दो दशक में मोदी के नेतृत्व में विकास के नए कीर्तिमान स्थापित किए है और आज गुजरात की जनता ने भाजपा को आशीर्वाद देकर जीत का नया कीर्तिमान रचा है।उन्होंने कहा, हर वर्ग ने पूरे दिल से भाजपा को आशीर्वाद दिया है। यह भाजपा की नीतियों में जनता के अटूट विश्वास की जीत है। सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटीज सीएसडीएस के शोध कार्यक्रम लोकनीति के सह-निदेशक संजय कुमार ने कहा कि भाजपा अगर गुजरात का चुनाव जीत लेती है तो इससे उसकी हौंसला आफजाई होगी।उन्होंने कहा कि यह भाजपा के कार्यकर्ताओं में उत्साह भरेगा और इस धारणा को मजबूत करेगा कि पार्टी 2024 का लोकसभा चुनाव जीतेगी। मोदी सरकार बढ़ती महंगाई, धीमी वृद्धि और बेरोजगारी जैसे मुद्दों से जूझ रही है, लेकिन आर्थिक परेशानियों से गुजरात में भाजपा की लोकप्रियता में सेंध नहीं लग सकी। गुजरात दशकों से भाजपा का गढ़ रहा है। मोदी 2001 से 2014 तक राज्य के मुख्यमंत्री थे।अब तक के चुनाव परिणाम स्पष्ट करते हैं कि गुजराती चेतना पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्थाई प्रभाव ने भाजपा को राज्य विधानसभा चुनावों में किसी भी पार्टी के लिए संभवत: सबसे बड़ी जीत हासिल करने की राह पर ला दिया है। इसके साथ ही उन्होंने महंगाई और स्थानीय नेतृत्व जैसे मुद्दों पर लोगों के कथित असंतोष को भी कम करने में सफलता हासिल की है।गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना राज्य के 37 मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा और भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में बृहस्पतिवार सुबह शुरू हुई।