हैदराबाद-भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने तेलंगाना में सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समित टीआरएस पर राज्य में कथित तौर पर सामने आई एक प्रतीकात्मक कब्र को लेकर निशाना साधा जिसके साथ भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा की तस्वीर लगी हुई है।प्रतीकात्मक कब्र तेलंगाना के नलगोंडा जिले में पानी में फ्लोराइड की समस्या के समाधान के लिए एक शोध केंद्र स्थापित करने के वादे को पूरा नहीं करने के कथित विरोध में सामने आई है, हालांकि नड्डा ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए इसका आश्वासन दिया था।भाजपा की लोकसभा प्रवास योजना के तहत हैदराबाद के दौरे पर आए जोशी ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन राजग सरकार केंद्र स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है और आरोप लगाया कि टीआरएस सरकार ने इसके लिए भूमि आवंटित नहीं की।उन्होंने संवाददाताओं से कहा, फ्लोरोसिस पर अनुसंधान केंद्र। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष ने तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री के रूप में शायद उसका वादा किया था आज, भारत सरकार के एक हिस्से के रूप में, हम उस आश्वासन के लिए बहुत प्रतिबद्ध हैं लेकिन, उन्होंने जमीन उपलब्ध नहीं कराई।आखिरकार,जमीन राज्य का विषय है।प्रतीकात्मक कब्र के लिए टीआरएस को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा कि यह केवल राज्य की सत्ताधारी पार्टी को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि राजनीति में आलोचना स्वाभाविक है लेकिन कब्र का निर्माण पार्टी और उसके नेता की संस्कृति के बारे में बताता है।प्रतीकात्मक कब्र की निंदा करते हुए, जोशी ने कहा कि टीआरएस अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव को इसके लिए नड्डा से माफी मांगनी चाहिए। जोशी ने यह भी आरोप लगाया कि टीआरएस ने एआईएमआईएम के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।उन्होंने हाल में एक सरकारी भर्ती परीक्षा में शामिल हुई कुछ महिला उम्मीदवारों को उनके पवित्र मंगलसूत्र कथित तौर पर हटाने के लिए कहे जाने पर आपत्ति जताई। टीआरएस का नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति बीआरएस किए जाने पर उन्होंने दावा किया कि इसे राव समिति नाम दिया जा सकता है क्योंकि टीआरएस एक पारिवारिक पार्टी है। उन्होंने आरोप लगाया कि टीआरएस शासन के दौरान तेलंगाना में बेहतरी के लिए कोई बदलाव नहीं हुआ है, लेकिन पार्टी का नाम बदल दिया गया है।उन्होंने विश्वास जताया कि तेलंगाना में तीन नवंबर को होने वाले मुनुगोड़े उपचुनाव में भाजपा जीत दर्ज करेगी।