पटना- बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा घोषित प्रारंभिक परीक्षा के नए पैटर्न के खिलाफ उम्मीदवारों के भारी विरोध के एक दिन बाद आयोग ने अपना फैसला वापस ले लिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा को लेकर परीक्षार्थियों की समस्या पर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी एवं आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी बयान के मुताबिक, बैठक में बीपीएससी के अध्यक्ष ने पूरी स्थिति से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। बीपीएससी के अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को बताया कि उन्होंने सभी जिलाधिकारियों और क्षेत्रीय अधिकारियों के साथ विमर्श किया और इस संदर्भ में निर्णय लिया गया है कि बिहार लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा पहले की तरह एक दिन और एक ही पाली में कराई जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि अब बीपीएससी की 67वीं संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा सीसीई-2022 की प्रारंभिक परीक्षा एक बैठक में आयोजित की जाएगी न कि दो दिनों में, जैसा कि पहले घोषित किया गया था। इससे पहले बीपीएससी ने घोषणा की थी कि 67वीं सीसीई-2022 की प्रारंभिक परीक्षा दो दिनों 20 और 22 सितंबर को आयोजित की जाएगी। परीक्षा के लिए बड़ी संख्या में पंजीकृत आवेदकों को देखते हुए दो दिनों में परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया गया था। आयोग अब जल्द ही सीसीई-2022 की प्रारंभिक परीक्षा की नई तारीख की घोषणा करेगा। बीपीएससी द्वारा घोषित परीक्षा के नए पैटर्न का विरोध कर रहे उम्मीदवारों के एक समूह द्वारा बुधवार को पटना में प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज किया था। घटना में कई उम्मीदवार चोटिल हो गए थे।