कृषि के व्यापक परिदृश्य में, जहाँ परंपरा और टेक्नोलॉजी का संगम होता है, फाइलो ने आईओटी (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) की ताकत से लगभग 5000 किसानों का जीवन बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। फाइलो की कोशिश किसानों को सिर्फ आईओटी उपकरणों से सुसज्जित करने से कहीं बढ़कर है; वह सशक्तिकरण एवं शिक्षा पर केन्द्रित है, जिससे भारतीय किसानों के काम करने और तरक्की पाने का तरीका मौलिक रूप से बदल रहा है।अपने खेतों में आईओटी उपकरण लगाकर किसान महत्वपूर्ण कारकों पर रियल-टाइम डाटा प्राप्त कर सकते हैं। यह कारक हैं मिट्टी की नमी, मिट्टी का तापमान, हवा का दबाव, बारिश, आर्द्रता, हवा की दिशा, हवा की गति और मौसम की भविष्यवाणियाँ।आईओटी उपकरणों की सहायता से किसान अब सिंचाई की सटीक निगरानी एवं प्रबंधन कर सकते हैं, जिससे पानी का पूरा इस्तेमाल सुनिश्चित होता है। इसके अलावा, वे खाद एवं कीटनाशकों जैसे संसाधनों का उचित इस्तेमाल कर सकते हैं, जिससे न केवल खर्च कम होता है, बल्कि पर्यावरण पर प्रभाव भी न्यूनतम रहता है। इस बदलाव की पुष्टि करते हुए, सोलापुर के श्री विजय सिंह कचारे कहते हैं,आमतौर पर मैं सीजन में 11-12 सिंचाई करता था। इस साल मैंने केवल 4 सिंचाई की हैं और बहुत सारी खाद भी बचाई है। मैंने छिड़काव के खर्च में लगभग 50-60% की बचत की है।”फाइलो के आईओटी उपकरण किसानों को संभावित समस्याओं के अलर्ट भी सही समय पर देते हैं, जैसे कि कीटों की भरमार या बीमारियों का प्रकोप। इस सूचना से किसान तेज और लक्षित कार्यवाही कर सकते हैं, ताकि उनकी फसलें बच सकें और नुकसान कम हो। अपना अनुभव बताते हुए, श्री बापू डाबाडे कहते हैं, “मुझे अपने खेत पर जरूरी छिड़कावों के सम्बंध में सही समय पर जानकारी मिल रही है, इसलिये मैं सही समय पर कार्यवाही कर सका और इस तरह मुझे बेहतर वृद्धि और गुणवत्ता वाली उपज पाने में मदद मिली।किसानों की शिक्षा के लिये फाइलो की प्रतिबद्धता इस बदलाव का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। फाइलो मानती है कि सिर्फ टेक्नोलॉजी काफी नहीं है; किसानों को टेक्नोलॉजी का पूरा फायदा लेने के लिये ज्ञान एवं कौशल चाहिये। इसके लिये, फाइलो ग्रामीण क्षेत्रों में नॉलेज वर्कशॉप्स और ट्रेनिंग प्रोग्राम्स की मदद से किसान समुदाय को सक्रियतापूर्वक सशक्त करती है। यह कार्यक्रम सुनिश्चित करते हैं कि किसान आईओटी उपकरणों के इस्तेमाल और उपलब्ध कराये गये डाटा को समझने में सक्षम हों।इसके अलावा, फाइलो विस्तृत जागरूकता अभियान चलाती है, जिनमें डाटा की सहायता से होने वाली खेती के महत्व और फायदों पर जोर दिया जाता है। वेबिनार, कम्युनिटी मीटिंग और डिजिटल कंटेन्ट के माध्यम से सफलता की गाथाएं साझा की जाती हैं और उन स्पष्ट सुधारों का प्रदर्शन किया जाता है, जिन्हें टेक्नोलॉजी की मदद से खेती में लाया जा सकता है।फाइलो आसानी से सुलभ हो सकने वाले संसाधन प्रदान करती है, जैसे कि ऑनलाइन गाइड और ट्यूटोरियल, ताकि किसान आईओटी उपकरणों का पूरा इस्तेमाल कर सकें। ज्यादा लोगों तक पहुंचने के लिये कई भाषाओं में सहयोग दिया जाता है, जिससे सुनिश्चित होता है कि भाषा की बाधा न रहे।शिक्षा एवं सशक्तिकरण के लिये मजबूत प्रतिबद्धता के साथ, फाइलो भारत में स्थायित्वपूर्ण एवं फायदेमंद खेती के नये युग का आरंभ कर रही है। एक ऐसा युग, जिसमें परंपरा आसानी से अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी के साथ जुड़ जाती है।