जयपुर- ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीन काउंसिल के अध्यक्ष एवं अजमेर दरगाह के आध्यात्मिक प्रमुख के उत्तराधिकारी सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने लोगों से अपने बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा देने का आह्वान किया ताकि वे लोगों को समझदारी से जवाब दे सकें और सडक़ों पर नारेबाजी के लिए नहीं खड़े हों। भीलवाड़ा में सूफी संत मोइनुद्दीन चिश्ती के ज्एष्ठ पुत्र ख्वाजा फखरुद्दीन चिश्ती के वार्षिक उर्स के समापन समारोह में अनुयायियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि युवा देश के भविष्य हैं। उन्होंने कहा, आपके कुछ बच्चे भारतीय प्रशासनिक सेवा आईएएस के अधिकारी होंगे, कुछ नेता होंगे और कुछ वैज्ञानिक होंगे। युवा नकारात्मक विचारों की ओर धकेलने और उकसाने वालों के बहकावे में न आएं, देश की प्रगति में अपना योगदान दें। उन्होंने बालिका शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एक बालिका दो परिवारों को शिक्षित करती है, इसलिए उन्हें शिक्षा देना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि हमें बेटियों को अच्छी शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। उन्होंने कहा, हम सभी पहले भारतीय हैं और बाद में हिंदू या मुसलमान हैं। कुछ स्वार्थी और अतिवादी विचारधारा के लोग धर्म के नाम पर लोगों के दिलों में, खासकर युवाओं के मन में जहर फैलाकर उन्हें गुमराह कर रहे हैं और देश में नफरत पैदा कर रहे हैं जो सरासर गलत और सूफी संतों की तालीम के खिलाफ है।