नई दिल्ली-केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडे ने केंद्र सरकार की प्रमुख संस्था इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी सेंटर – 2 मानेसर, हरियाणा में पंचामृत की ओर विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन सह प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। यह सम्मेलन पी एल आई- ऑटो, पी एल आई- एसीसी और फेम जैसे प्रमुख विषयों पर केंद्रित था।इस राष्ट्रीय सम्मेलन सह प्रदर्शनी में उन्नत ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकी, घटक और वाहन डिस्प्ले के साथ पर्यावरण अनुकूल और घरेलू विनिर्माण की दिशा में भारत में मोटर वाहन उद्योग के प्रचार और विकास के लिए भारी उद्योग मंत्रालय की योजनाओं – पीएलआई- ऑटो, पीएलआई एसीसी, सीजी-2 और फेम के कार्यान्वयन और इसके होने वाले सकारात्मक प्रभाव पर विचार- विमर्श किया गया।इस अवसर पर केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडेय और भारी उद्योग राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने प्रदर्शनी एवं आईकैट इंक्विबेशन सेंटर का भी उद्घाटन किया। केंद्रीय मंत्री ने कुछ इलेक्ट्रिक वाहनों का अनावरण भी किया। कार्यक्रम के दौरान मंत्रालय के संयुक्त सचिव डॉ हनीफ कुरैशी ने केंद्रीय मंत्री का स्वागत किया और केंद्र सरकार नीतियों के बारे में जानकारी दी। इस कार्यक्रम में ऑटोमोटिव उद्योग के प्रमुख प्रतिनिधियों, नीति आयोग, एमएचआई, एमओआरटीएंडएच, एमएनआरई, एमओईएफसीसी, एमओपी, एमओपीएंडएनजी के वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों, वरिष्ठ शिक्षाविदों, स्टार्ट- अप प्रतिनिधियों, विशेषज्ञों और कई इंजीनियरिंग कालेजों के छात्र भी बडे पैमाने पर शामिल हुए।केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडेय ने अपने संबोधन में गत एक फरवरी को लोकसभा में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से प्रस्तुत केंद्रीय बजट 2023-24 की चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह बजट हरित गतिशीलता को बढ़ावा देने पर निरंतर ध्यान देने के साथ सरकार की “मेक इन इंडिया” पहल पर ध्यान केंद्रित करते हुए भारतीय ऑटोमोटिव क्षेत्र के लिए भविष्योन्मुखी है।इस मौके पर इलेक्ट्रिकल।व्हीकल के विकास में योगदान देने वाले छात्रों को पुरस्कृत किया गया।