नोएडा- ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स निर्माता स्पार्क मिंडा ग्रुप की सीएसआर शाखा स्पार्क मिंडा फाउंडेशन ने उत्तर प्रदेश में 10 दिवसीय मेगा-शिविर का आयोजन किया है। यह शिविर 1 फरवरी, 2023 को लॉन्च किया गया। इसका मकसद दिव्यांगजनों को सशक्त बनाना है। 10 दिन के इस मेगा-शिविर को आईबीडीएन सीआईआई, एसोचेम, एससीपीडब्ल्यूडी, विश्व युवा केंद्र, यूथ4जॉब, एनएबी और जिला प्रशासन, उत्तर प्रदेश के साथ साझेदारी में आयोजित किया जा रहा है।फाउंडेशन के राष्ट्रीय पुरस्कार हासिल करने वाले फ्लैगशिप प्रोग्राम ‘सक्षम’ के तहत आयोजित इस शिविर के दौरान 16,000 से अधिक दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंगों, ऑर्थाेटिक्स और विभिन्न अन्य सहायक उपकरणों के जरिये सहायता प्रदान की गई।शिविर के दौरान कृत्रिम अंग, कैलीपर्स, बैसाखी, वॉकर, वॉकिंग स्टिक्स और श्रवण यंत्र सहित लगभग 2000 फिटमेंट प्रदान किए जा रहे हैं। साथ ही दिव्यांगजनों को आवागमन में सहायता प्रदान करने के लिए कस्टमाइज्ड ट्राइसाइकिल भी वितरित की जा रही हैं। इनके अलावा, दिव्यांगों को यूडीआईडी पंजीकरण और रोजगार सहायता की सुविधा भी इस शिविर में उपलब्ध कराई जा रही है।स्पार्क मिंडा फाउंडेशन आर्टिफिशियल लिम्ब्स मैन्यूफेक्चरिंग कॉर्पोरेशन (एएलआईएमसीओ) के साथ भी काम कर रहा है जो पात्र दिव्यांगों को सहायक उपकरण/सहायता प्रदान कर रहा है। स्पार्क मिंडा फाउंडेशन की टीम ने अनुकूलित ट्राइसाइकिल विकसित करने के लिए आईआईटी बॉम्बे और मिंडा सिल्का के साथ भी काम किया। इस तरह की ट्राइसाइकिल की सहायता से दिव्यांग आय सृजन भी कर सकते हैं।स्पार्क मिंडा फाउंडेशन की चेयरपर्सन सारिका मिंडा ने कहा, ‘‘स्पार्क मिंडा फाउंडेशन का उद्देश्य एक बेहतर और सर्व-समावेशी समाज का निर्माण करना है, जिसमें सभी लोगों को समान अवसर हासिल हो सकें। ‘सक्षम’ सहयोग और नेक इरादे से संचालित पहल का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। यह मेगा कैंप स्पार्क मिंडा फाउंडेशन के लिए एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि है। मैं अपने सभी साझेदारों और स्पार्क मिंडा फाउंडेशन की पूरी टीम, फोर्स मल्टीप्लायरों की आभारी हूं जिन्होंने इसे संभव बनाया। हम इसी तरह के प्रयास करना जारी रखेंगे एवं और अधिक लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करेंगे।