नई दिल्ली-14 अगस्त 1947 को भारत के भू-भाग को भारत और पाकिस्तान नामक दो देशों में विभाजित किया गया था। जो कुछ भी हुआ वह बड़े पैमाने पर मानव प्रवास, मानव नरसंहार और अत्यधिक पीड़ा पहुंचाने वाली एक भयावह घटना थी। लाखों लोग अपनी जमीन, घर और कीमती सामान छोडक़र सीमा के इस ओर प्रवास कर गए। सांप्रदायिक और धार्मिक घृणा के कारण हजारों पुरुषों, महिलाओं और बच्चों का नरसंहार किया गया। उत्तरी राज्य विशेष रूप से विभाजन से प्रभावित हुए। डकैती,लूटपाट और सामूहिक हत्याओं से जुड़ी सर्वाधिक घटनाएंं यहीं घटित हुईं। भयावह रूप से दुखद इस दिन को अब विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने के लिए उत्तर रेलवे के स्टेशनों पर फोटोग्राफिक प्रदर्शनियां आयोजित की गईं। सभी पांच मंडलों द्वारा समस्त जिलों को कवर करते हुए अपने अधिकार क्षेत्र के प्रमुख स्टेशनों पर ऐसी प्रदर्शनियां आयोजित की गईं। प्रत्येक मंडल में स्टेशनों की संख्या इस प्रकार हैं। अंबाला16,अंबाला छावनी स्टेशन में उद्घाटन समारोह के साथ। लखनऊ १2,वाराणसी जंक्शन स्टेशन में उद्घाटन समारोह। मुरादाबाद 4, मुरादाबाद स्टेशन में उद्घाटन समारोह। दिल्ली 20,नई दिल्ली स्टेशन में उद्घाटन समारोह। फिरोजपुर 23,फिरोजपुर,पंजाब,पालमपुर हिमाचल,हिमाचल प्रदेश और जम्मू केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में उद्घाटन समारोह। रविवार को राजधानी दिल्ली में स्थित नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया। अश्विनी वैष्णव, रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रोद्योगिक मंत्री ने प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर टेक्स्टाइल तथा रेल राज्य मंत्री, दर्शाना विक्रम जरदोश, विदेश तथा संस्कृति राज्य मंत्री, मीनाक्षी लेखी,संसद सदस्य लोक सभा डाक्टर हर्षवर्धन,अध्यक्ष एव सी.ई.ओ, रेलवे बोर्ड वी.के. त्रिपाठी, स्वतंत्रता सेनानी तथा सदस्य आईएनए डाक्टर बीएन पांडे, उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल,दिल्ली मंडल के डिम्पी गर्ग, उत्तर रेलवे के पीएचओडी और दिल्ली मंडल के अधिकारियों ने समारोह में भाग लिया।