नई दिल्ली- विजयवाड़ा नगर निगम के प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली नगर निगम के पंजाबी बाग स्थित भव्य व अद्भूत भारत दर्शन पार्क का भ्रमण किया। पार्क में स्क्रैप व वेस्ट से बनाई गई भारत की प्रमुख ऐतिहासिक स्मारकों की अनुकृतियों से हुए प्रभावित कहा विजयवाड़ा में भी इसी तरह का पार्क बनाए। इसके अतिरिक्त प्रतिनिधि मंडल ने निगम के कचरा प्रबंधन व्यवस्था,आईटी एप्लीकेशन व अन्य महत्वपूर्ण सेवाओं परियोजनाओं के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। विजयवाड़ा नगर निगम के 45 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली नगर निगम के पंजाबी बाग स्थित भव्य व अद्भूत भारत दर्शन पार्क का भ्रमण किया। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने इस पार्क में स्क्रैप व वेस्ट से बनाई गई भारत की प्रमुख ऐतिहासिक स्मारकों की अनुकृतियों को रूचि लेकर देखा और इस पार्क की भव्यता,व्यापकता व सुन्दरता से प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि यह अनोखा पार्क दिल्ली को नई पहचान दे रहा है और इस तरह का पार्क वह विजयवाड़ा शहर में भी बनाएंगे। इस प्रतिनिधिमंडल में विजयवाड़ा नगर निगम के उप महापौर सैलजा रेडी, क्षेत्रीय आयुक्त डॉ ए. रविचंद्र,फ्लोर लीडर सत्यम एनेता विपक्ष,चौ. राम मोहन सदस्य विधानसभा परिषद मो. रुहूला व अन्य पार्षदगण शामिल थे। भ्रमण के दौरान निगम अधिकारियों द्वारा प्रतिनिधि मंडल को पार्क के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया कि दिल्ली नगर निगम ने निश्चित रूप से वेस्ट टू वेल्थ की अवधारणा को आगे बढ़ाया है। यह भारत का पहला ऐसा पार्क है जिसमें 350 टन स्क्रैप व वेस्ट से भारत के विभिन्न राज्यों की 22 ऐतिहासिक व सांस्कृतिक स्मारकों और कलाकृतियों की अनुकृतियों को बनाया गया है। यह अनुकृतियों निगम स्टोर में व्यर्थ पड़े कबाड़ व अनुपयोगी वस्तुओं जैसे कि लोहे के खराब सामान, बिजली के खंबे, पुरानी कारें, पार्कों की ग्रिल,ऑटोमोबाइल पार्ट,लोहे के पाइप आदि से निर्मित की गई है पार्क के दौरे के पश्चात प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली नगर निगम के मुख्यालय में पहुंचे और उन्हें निगम अधिकारियों द्वारा दिल्ली नगर निगम की कार्यप्रणाली के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। उन्हें प्रजेंटेशन के माध्यम से निगम की कचरा प्रबंधन व्यवस्था, लैंडफिल साइटों पर कूडे के निस्तारण की प्रक्रिया,व स्रोत पर ही कूड़े को अलग अलग करने आदि के बारे में अवगत कराया गया। इसके अतिरिक्त उन्हें निगम की आईटी एप्लीकेशन, ऑनलाइन सेवाओं व निगम की विभिन्न परियोजनाओं के बारे में भी संपूर्ण जानकारी दी गई। साथ ही उन्होंने निगम की 28 मंजिला इमारत, सदन व स्थायी समिति का बैठक हॉल भी देखा और विजयवाड़ा नगर निगम की कार्य व्यवस्था के बारे में भी बताया।