तिरुवनंतपुरम- केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने मातृभाषा को संरक्षित करने की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि यह केवल संचार का माध्यम नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति की नींव है।विजयन ने आज अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर एक फेसबुक पोस्ट में कहा, आइए हम दुनिया भर में मौजूद भाषाओं की समृद्ध विविधता का जश्न मनाएं। विजयन ने कहा कि दुनिया की भाषाई विविधता को पहचान कर इस दिन को सार्थक तरीके से मनाया जाना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भावी पीढ़ी भी अपनी मातृभाषा की समृद्धि और उसके गुणों का लाभ ले सकें।उन्होंने कहा कि मातृभाषा में व्यक्त किए जाने पर व्यक्ति के विचार, भावनाएं और अनुभव पूर्ण और व्यापक हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि मातृभाषा को संरक्षित करने और इसे नवीनीकृत एवं समृद्ध करने के लिए निरंतर प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से सदियों की सांस्कृतिक विरासत और ज्ञान को संरक्षित किया जाता है।मुख्यमंत्री विजयन ने अपनी मातृभाषा की रक्षा के लिए वीरों द्वारा किए संघर्ष को भी याद किया और सभी से इस दिन उनके प्रयासों का सम्मान करने का आग्रह किया।