नई दिल्ली- आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में किए गए अनुकरणीय कार्यों को मान्यता और पहचान देते हुए भारत सरकार ने सीड्स (सस्टेनेबेल एनवॉयरमेंट एंड इकोलॉजिकल डेवेलपमेंट सोसाइटी) को संस्थागत श्रेणी में 2021 का सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार प्रदान किया है। बता दें कि 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को देने की घोषणा की गई। नेता जी के सम्मान में इस पुरस्कार का गठन किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुरस्कार समारोह में अपने विचारों को साझा करते हुए कहा कि कोई आपदा आती है तो लोग विक्टिम्स नहीं रहते, वो वॉलंटियर्स बनकर आपदा का मुकाबला करते हैं। यानी, आपदा प्रबंधन अब एक सरकारी काम भर नहीं है, बल्कि ये ‘सबका प्रयास’ का एक मॉडल बन गया है। तीन दशक पहले शुरू हुई सीड्स की इस सामजिक बदलाव की यात्रा ने समय के अनुसार संस्था के इस विचार को एक आंदोलन के रूप में स्थापित किया है। जल-वायु परिवर्तन से प्रभावित, समाज के सबसे निचले तबके, गरीबों और वंचित की जिंदगी पर सकारात्मक प्रभाव डालने की कोशिश में यह संस्था अग्रसर है