नई दिल्ली– रूड़की में जन्मे और पले-बढ़े एक स्थानीय लड़के की उद्यमशीलता की भावना ने पूरे देश में स्वास्थ्य सेवा क्रांति को जन्म दिया है। पूरे भारत में हेल्थ एटीएम की अवधारणा को आगे बढ़ाने वाली करोड़ों डॉलर की कंपनी क्लिनिक्स ऑन क्लाउड के दूरदर्शी सीईओ अभय अग्रवाल से मिलें। हेल्थटेक क्षेत्र के युवा वह अनुभवी उद्यमी,अभय ने हमेशा जटिल स्वास्थ्य समस्याओं के लिए नवीन समाधान तैयार करने में विश्वास किया है। उन्होंने टिप्पणी की,इनोवेशन केवल प्रौद्योगिकी के बारे में नहीं है यह वास्तविक दुनिया की चुनौतियों को हल करने के बारे में है। अभय की सफलता की यात्रा रातोरात नहीं थी। चिकित्सा पर्यटन और टेलीमेडिसिन में उद्यम के साथ,वह स्वास्थ्य सेवा उद्योग की जटिलताओं से अनजान नहीं हैं।स्वास्थ्य सेवा पहुंच को लोकतांत्रिक बनाने के जुनून से प्रेरित,अभय के दिमाग की उपज, क्लिनिक्स ऑन क्लाउड ने स्वास्थ्य सेवा तकनीक में तूफान ला दिया है। उनके हेल्थ एटीएम, बॉक्स क्लिनिक और पोर्टेबल हेल्थ कियोस्क स्वास्थ्य देखभाल के लिए चौबीसों घंटे उपलब्ध वन-स्टॉप समाधान प्रदान करते हैं। अभय बताते हैं,किसी अपॉइंटमेंट की जरूरत नहीं,किसी इंतजार की जरूरत नहीं।हमारा ऑन-डिमांड मॉडल लोगों को अपने स्वास्थ्य पर नियंत्रण रखने का अधिकार देता है। इस तकनीक की खासियत है कि यह लोगों को आसानी से स्वास्थ्य सेवायें प्रदान करती है। हेल्थ कियोस्क 60 से अधिक स्वास्थ्य पैरामीटर से लैस हैं और केवल 10 मिनट में व्यापक जाँच प्रदान करते हैं। अभय गर्व से कहते हैं,हम मरीज़ों और डॉक्टरों के बीच की दूरी को ख़त्म कर रहे हैं। यह कियोस्क जटिल से जटिल टेस्ट बहुत ही कम समय में करता है और निजी स्वास्थ्य सलाह के साथ यह सुनिश्चित करता है कि कोई भी व्यक्ति पीछे न छूटे। लेकिन अभय का संकल्प यहीं नहीं रुकता। वह अपने पोर्टेबल हेल्थ कियोस्क का जिक्र करते हुए कहते हैं,हम उन लोगों तक पहुंच रहे हैं, जिनकी पहुंच नहीं है। उनका कहना है,बुनियादी स्वास्थ्य देखभाल एक अधिकार होना चाहिए, विशेषाधिकार नहीं। क्लिनिक्स ऑन क्लाउड (सीओसी) स्वास्थ्य सेवा क्रांति में काफ़ी आगे बड़ चुकी है। अभय ने कहा,हमारा मिशन सरल है: सभी के लिए उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा को सुलभ बनाना। लेकिन शायद सबसे महत्वपूर्ण विशेषता उनकी आर्टिफिशियल इनोवेशन-आधारित पोषण योजनाएं हैं,जो प्रत्येक रोगी की जरूरतों के अनुरूप हैं। उन्होंने आगे कहा,हम सिर्फ बीमारियों का इलाज नहीं कर रहे हैं; हम समाज कल्याण को बढ़ावा दे रहे हैं। हमारी योजना हर 2 किलोमीटर पर स्वास्थ्य एटीएम स्थापित करने की है ताकि प्रिवेंटिव हैल्थकेयर को लोकतांत्रिक बनाया जा सके क्लिनिक्स ऑन क्लाउड ने विश्व स्तर पर 2000 से अधिक मशीनें स्थापित की हैं,जो 80 शहरों को कवर करती हैं। कुल मिलाके 6 मिलियन लोगों का परीक्षण इन एटीएम द्वारा किया जा चुका है। जैसा कि अभय अग्रवाल स्वास्थ्य सेवा में पहुंच और इनोवेशन की वकालत कर रहे हैं, उनकी कहानी हर जगह इच्छुक उद्यमियों के लिए प्रेरणा का काम करती है। रूड़की की शांत सड़कों से लेकर भारत की स्वास्थ्य सेवा क्रांति में अग्रणी तक,अभय की यात्रा दृढ़ता और परिवर्तन के जुनून की भावना का प्रतीक है।अभय अग्रवाल