-आप सरकार के खिलाफ बीजेपी का आरोप पत्र
-केंद्रीय मंत्री विजय गोयल और वरिष्ठ नेता शामिल
परफैक्ट न्यूज ब्यूरो/ नई दिल्ली
दिल्ली में विधानसभा चुनाव की घोषणा होने में भले ही देरी हो, लेकिन सियासी घमासान लगातार तेज होता जा रहा है। प्रदेश भारतीय जनता पार्टी दिल्ली की आप सरकार पर लगातार हमलावर है। शनिवार को केन्द्रीय मंत्री एवं चार्जशीट कमेटी के संयोजक डॉ हर्ष वर्धन और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी की अध्यक्षता में आम आदमी पार्टी के असफल 5 साल के कार्यकाल पर “झूठ और विश्वासघात की आप सरकार“ नामक आरोप पत्र कनॉट प्लेस में जारी किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व दिल्ली के प्रभारी श्याम जाजू, सह-प्रभारी तरूण चुघ, सांसद मीनाक्षी लेखी, रमेश बिधूड़ी, प्रवेश वर्मा, दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता, प्रदेश महामंत्री रविन्द्र गुप्ता, राजेश भाटिया, पूर्व महापौर आरती मेहरा, उपाध्यक्ष शाजिया इल्मी, सत्येन्द्र सिंह, प्रदेश मंत्री शोभा उपाध्याय, घोषणा पत्र के सह-संयोजक कपिल मिश्रा, प्रदेश मीडिया प्रभारी प्रत्यूश कंठ, सह-प्रभारी नीलकांत बक्शी एवं प्रमुख अशोक गोयल देवराहा उपस्थित थे।
केन्द्रीय मंत्री एवं घोषणा पत्र कमेटी के संयोजक डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि दिल्ली की जनता के सामने केजरीवाल का असली चेहरा आज हम आरोप पत्र के माध्यम से रख रहे हैं। 5 वर्षों के कार्यकाल में आम आदमी पार्टी की सरकार ने जनता को जितना निराश किया वो आज तक किसी भी सरकार ने नहीं किया। आम जनता की खाल में केजरीवाल वो शख्स है जो झूठ की चासनी में लिपटें वादों की घुट्टी जनता को पिलाने में विश्वास रखते है। यह भूल गये है कि राजनीति मुद्दों से चलती है झूठ से नहीं। केजरीवाल के फोटों से आज पूरी दिल्ली सजी हुई है करोड़ो रूपया विज्ञापन पर खर्च किया जा रहा है। मीडिया में सस्ती लोकप्रियता बटोंरने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री ने दूसरों के कामों पर अपना ठप्पा लगाया है। जनता को बताएं कि उन्होनें दिल्ली का चेहरा बदलने के लिए आज तक क्या किया है। भीड़, ट्रैफिक, धूल, प्रदूषण, दूषित पानी आज दिल्ली के लोगों को मिल रहा है जिसके कारण लोगों की अवधारणा बन गई है कि ऐसे शहर में रहने का क्या लाभ। आम आदमी पार्टी एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसके नेताओं पर कम समय में सबसे अधिक मानहानि के मुकदमे चल रहे हों, कुछ माफी मांग कर निपट चुके हैं और कुछ अभी भी चल रहे है। सुनियोजित तरीके से दिल्ली में दंगा भड़काने की कोशिश आम आदमी पार्टी ने की जिससे स्पष्ट हो गया है कि इस सरकार का दिल्ली की जनता से कोई लेना देना नहीं है।
डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि केजरीवाल अहंकार से ग्रस्त है उन्हें लगता है सभी उनके खिलाफ साजिश कर रहे है। केजरीवाल का अपनी नाकामियों को छिपाने का असफल प्रयास जनता के सामने आ चुका है। 5 सालों का विशलेषण करेगें तो लोकसभा और निगम के चुनाव में करारी हार के बाद पांच महीने में धड़धड़ा घोषणाएं केजरीवाल सरकार ने की है। दिल्ली की जनता तय करेगी कि उन्हें पांच महीनों वाला मुख्यमंत्री चाहिए या फिर पांच सालों वाला मुख्यमंत्री। झूठे वादे कर वादाखिलाफी करने वाला मुख्यमंत्री चाहिए या फिर दिल्ली को सुनियोजित तरीके से सौन्दर्यीकरण करने का संकल्प लेने वाला मुख्यमंत्री चाहिए। दिल्ली के लोगों ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का काम देखा है और आम आदमी पार्टी के मुखिया को 5 साल सिर्फ आरोप प्रत्यारोप करते देखा है। केन्द्र और दिल्ली में भाजपा की सरकार दिल्ली का सर्वागिण विकास कर सकती है। दिल्ली के रामलीला मैदान में अन्ना हजारे के नेतृत्व में आन्दोलन हुआ निस्वार्थ भाव से लेकिन उसमें भी अपना स्वार्थ खोजने वाले केजरीवाल ने अन्ना हजारे को धोखा देकर पहले पार्टी बनाई और फिर जिस कांग्रेस के खिलाफ आंदोलन किया उसके साथ मिलकर सरकार बनाकर दिल्ली की जनता को धोखा दिया है।
डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि सत्ता में आने से पूर्व जनता के बीच हल्ला मचाकर सशक्त जन लोकपाल का वादा किया गया जिसके दायरे में मुख्यमंत्री आने थे, लेकिन जन लोकपाल तो आया नहीं लेकिन भ्रष्टाचार के मामले आम आदमी पार्टी में साल दर साल बढ़ते रहे। देश के टुकड़े टुकड़े चाहने वालों के सरंक्षण के लिए कवच बनकर दिल्ली के मुख्यमंत्री हमेशा खड़े रहे है। केजरीवाल गणतंत्र दिवस के विरोध में राजपथ पर बैठ जाने वाले पहले मुख्यमंत्री हैं। मुख्यमंत्री जनता को जवाब दें किन देश विरोधी ताकतों के इशारों पर देशद्रोह के आरोपियों को बचाया जा रहा है। वीआईपी कल्चर लाल बत्ती व बंगला नहीं लेने का वादा किया लेकिन एक आरटीआई की जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री के नाम पर दो घर व 17 गाड़ियां हैं। कोई रिश्वत मांगे तो सेंटिग कर लेना और रिकोर्डिग कर लेने की बात करने वाले मुख्यमंत्री बताएं आज तक भ्रष्टाचार पर आपने कोई कारवाई की। पीने का पानी जो दिल्ली की जनता का मौलिक अधिकार है उस पर केवल झूठ बोला गया लेकिन साफ पीने का पानी देने में केजरीवाल सरकार फेल हुई है। पांच साल का कार्यकाल खत्म होने को है और बीआईएस की रिपोर्ट के मुताबिक देश के 21 बड़े शहरों में सबसे गन्दा पानी दिल्ली वालों को मिलता है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव की यह लड़ाई विकास बनाम विनाश की चल रही है। एक तरफ भाजपा का विकासवादी चेहरा है तो दूसरी तरफ अराजकता को अपना उसूल मान बैठी आम आदमी पार्टी की वो सरकार है जिसने पांच साल झूठ पर आधारित सत्ता दिल्ली में चलाई है। यह वो केजरीवाल सरकार है जिसके मुखिया ने शपथ लेने के समय कहा था कि इंसान का इंसान से हो भाईचारा अब उनका नारा हो गया है झूठ बोलना, साजिश करना, पीठ में छुरा घोंपना काम हमारा यही अन्दाज हमारा। 70 किये जनता से केजरीवाल सरकार ने वादे जिसमें से पूरे न हुये आधे। आम आदमी पार्टी 10 फीसद से न हो पाई पास लेकिन 91 फीसद जनता के साथ सिर्फ किया विश्वासघात। दिल्ली की जनता के बीच जाकर हमें आम आदमी पार्टी की सरकार की नाकामियों को गिनवाना है ताकि लोग समझ सकें कि दिल्ली में झूठ पर आधारित शासन कौन चला रहा है और कौन दिल्ली के विकास पर अपना ध्यान लगाये हुये है।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री विजय गोयल ने कहा कि अगला चुनाव प्रदूषण एवं गंदे पानी को लेकर हो सकता है। दिल्ली में 2 करोड़ की जनता को जिस तरह से जहरीली हवा में जीने के लिये छोड़ दिया गया है, वह दुर्भाग्यपूण है। केजरीवाल सरकार पिछले 5 सालों से भ्रष्टाचार और लूट खसोट में जुटी हुई है। दिल्ली को दोनों हाथों से लूटा जा रहा है, लेकिन जनहित के कामों की अनदेखी की जा रही है। ऑड-ईवन से कोई फायदा नहीं हुआ, लेकिन करोड़ों रूपये आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं की जेब में चले गये। केजरीवाल सरकार 50 लाख मास्क बांटने का दावा करती है, लेकिन एम्स के निदेशक ने मास्क की क्वालिटी को बेहद ही खराब बताया। जिसको लगाने से लोगों को कोई फायदा नहीं हुआ। केजरीवाल सरकार ने स्मोक टॉवर लगाने, नई इलेक्ट्रॉनिक बसें लाने, 24 घंटे बिजली देने जैसे 70 वादे किये थे, लेकिन सरकार का कार्यकाल खत्म होने के बाद भी उन्होंने कोई भी वादा पूरा नहीं किया। 600 करोड़ की सब्सिडी को बढ़ाकर 2500 करोड़ बिजली कंपनियों को ऐडवांस देकर उन्हें भारी फायदा पहुंचाया गया है।
नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने झुग्गी-झोपड़ी के साथ धोखा किया है। जो फ्लैट 18000 में मिलने वाले थे उन्हें 70,000 में देने की बात कर रही है। हजारों फ्लैट 2013 से बने पड़े हैं लेकिन उन्हें आवंटित नहीं किया जा रहा है। 52000 फ्लैट की मरम्मत के लिये दिल्ली सरकार ने 600 करोड़ बजट में आवंटित किया है, लेकिन 5 साल गुजर जाने के बाद भी गरीबों को मकान नहीं दिया गया है। तीन दिन पहले झुग्गी वालों को मकान देने के नाम पर प्रमाण पत्र बांटकर उन्हें गुमराह किया जा रहा था। जबकि दूसरी तरफ प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जहां झुग्गी वहीं मकान योजना के तहत डीडीए झुग्गी वालों को मकान देने के लिये मकान बनाने का काम शुरू कर दिया है, लेकिन केजरीवाल उसका भी श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं। झुग्गीवालों को मकान देने के लिये 32 कैम्पों में 40 हजार मकान देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, लेकिन वहां भी केजरीवाल झूठा सर्टिफिकेट बांटकर झुग्गी वालों को धोखा दे रहे हैं।
सांसद रमेश बिधूड़ी ने केजरीवाल सरकार पर तंज कसते हुये कहा कि बुरे बीते 5 साल, नहीं चाहिये केजरीवाल। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने किसानों से वादा किया था कि उनकी आमदनी तीन गुना करेंगे और 70 साल में गांवों का जो विकास नहीं हुआ है उसे मुक्कमल किया जायेगा, लेकिन केन्द्र सरकार द्वारा किसानों को दी जाने वाली 6000 रू. की सम्माननिधि को भी केजरीवाल ने रोक दिया। बुजुर्गों को दी जाने वाली पेंशन को रोक दिया। केन्द्र सरकार की जनहित की योजनाओं को केजरीवाल 5 साल तक रोकते रहे हैं। गांवों की जमीनों पर बनने वाले मकानों को धारा-81 के तहत एसडीएम की ओर से मुकदमें दर्ज करवाये गये, लेकिन केन्द्र की मोदी सरकार ने इन मुकदमों को वापस ले लिया। जमीन अधिग्रहण के बदले मोदी सरकार ने वैकल्पिक प्लॉट देने की योजना को भी केजरीवाल सरकार ने रोक दिया। यहां तक कि किसानों को खेती के लिये ट्यूबवेल लगाने तक की परमीशन केजरीवाल सरकार ने नहीं दिया। आगामी विधानसभा चुनाव में दिल्ली के किसान केजरीवाल सरकार द्वारा किये जा रहे अन्याय का बदला जरूर लेंगे।
केजरीवाल को दिल्ली का नटवरलाल, श्रीमान केजरीवाल की संज्ञा देते हुये पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा कि दिल्ली के 18 पीएसयू में से 11 भारी नुकसान में चल रहे हैं, जिसमें 18000 करोड़ का नुकसान हुआ है। दिल्ली में पिछले 5 सालां में केजरीवाल ने राइटर, एक्टर के रूप में लोगों के बीच में अच्छी भूमिका निभाई है। सुप्रीम कोर्ट ने 2014 में कहा था कि दिल्ली के लिये 15 हजार बसों की जरूरत है। केजरीवाल सरकार आई तब 4700 बसें थी लेकिन अब बसें घटकर 3701 रह गई हैं। 15 अक्टूबर, 2019 को चुनाव से ठीक 5 महीने पहले केजरीवाल सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक बसों का पहला टेंडर जारी किया, जबकि 2014 में केन्द्र सरकार ने 1300 करोड़ रूपये बस के लिये दिया जा चुका है लेकिन 2014 से 2019 तक दिल्ली सरकार 1300 करोड़ रूपये का ब्याज खा रही है और उन पैसों का विज्ञापन देकर मुख्यमंत्री अपना चेहरा चमका रहे हैं। केजरीवाल सरकार ने पिछले 5 सालों में कोई भी स्कूल कॉलेज यह कहकर नहीं बनवाया कि उनके पास जमीन नहीं है जबकि उनके पास 82 प्लॉट खाली पड़े थे। जब दिल्ली सरकार के कोई जमीन नहीं थी दो विश्वविद्यालय बनाने की घोषणा अब उन्होंने कैसे कर दी। मोदी सरकार ने अनधिकृत कालोनियों को पास करके 40 लाख लोगों को फायदा दिया जिससे दिल्ली की अनधिकृत कालोनियों में रहने वाले लोगों को कैपिटल गेन टैक्स के रूप में लाखों का फायदा हुआ।
सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि आम आदमी पार्टी का बखान के समय दो शब्द सामने निकलकर आते है असफल और अराजक। आम आदमी पार्टी ने 70 वादे किये लेकिन एक भी पूरा नहीं किया और अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए जनता से 74 झूठ बोला। आम आदमी पार्टी ने अपनी वेबसाईट से घोषणा पत्र जानबूझकर हटा लिया ताकि उनसे कोई प्रश्न न कर सके। 25 प्रतिशत बसें कम हो गई है केजरीवाल सरकार ने जनता के पैसो को अपनी राजनीति चमकाने के लिए इस्तेमाल किया है। 2014-19 के बीच विज्ञापन का बजट साल दर साल बढा है पहले साल 14 करोड़ फिर 85 करोड़, 122 करोड, 105 करोड़ और फिर बढकर 307 करोड़ हो गया है। 61 प्रतिशत बजट झूठे विज्ञापन पर केजरीवाल सरकार ने खर्च किया। दिल्ली के 33 अस्पतालों में वेंटिलेटर बैड तक नहीं है लेकिन अस्पतालों को लेकर वर्ल्ड क्लास सुविधाओं का दम भरा जा रहा है। 23 छात्रों को लोन दिया गया लेकिन उसे बढ़ा चढ़ा कर झूठ के माध्यम से पेश किया गया। जनता को ठगने वाली सरकार को जनता अगामी चुनाव में माफ नहीं करेगी।
कार्यक्रम संयोजक प्रदेश महामंत्री रविन्द्र गुप्ता ने कहा कि कल दिल्ली में सभी 70 विधानसभाओं में आरोप पत्र जारी करेगी और इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता आम आदमी पार्टी के कार्यकाल झूठ और विश्वासघात के आरोप पत्र को लेकर घर-घर जायेंगे।