नई दिल्ली- भारत का प्रमुख ट्रैवल शो बीएलटीएम 2024 जो बिज़नेस एवं लेज़र ट्रैवल और एमआईसीई पर ध्यान केन्द्रित करता है, इस प्रदर्शनी की नई दिल्ली के द्वारका स्थित यशोभूमि में आज शुरूआत हुई। तीन दिवसीय आयोजन यात्रा व्यापार के आगंतुकों को देशी-विदेशी प्रदर्शकों के साथ जुड़ने का अवसर प्रदान करेगा। भारत के एकमात्र विशिष्ट व्यापार शो के रूप में यह नेटवर्किंग, साझेदारियों सहयोग के लिए मुख्य केंद्र की भूमिका निभाएगा। तीन दिवसीय कार्यक्रम, बीएलटीएम 2024, यात्रा व्यापार आगंतुकों को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शकों से जुड़ने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है। भारत के एकमात्र विशिष्ट बी2बी शो के रूप में, यह नेटवर्किंग, सहयोग और सौदेबाजी का एक प्रमुख केंद्र बनने के लिए तैयार है। बीएलटीएम 2024 में 21 भारतीय राज्यों एवं केन्द्रशासित प्रदेशों से 500 से अधिक प्रदर्शक हिस्सा ले रहे हैं। इसके आधिकारिक प्रतिभागियों में 5 राष्ट्रीय पर्यटन संगठन, 7 राज्यों के पर्यटन बोर्ड तथा भारत सरकार का पर्यटन मंत्रालय शामिल हैं। 10,000 से अधिक ट्रैवल ट्रेड पेशेवरों, 150 एमआईसीई नियोजकों, 100 कॉर्पोरेट खरीददारों, दक्षिण-पूर्वी एशिया, जीसी एवं रूस से 50 इंटरनेशनल खरीददरों तथा 80 वैडिंग प्लानर्स के सथ यह संस्करण बीएलटीएम का अब तक का सबसे बड़ा संस्करण होगा।कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर मौजूद गणमान्य दिग्गजों में – श्री फ्लोरियन सेंगस्टचमिड, सीईओ, अज़रबैजान टूरिज़्म बोर्ड; महामहिम श्री हुल सैला, अंडर सेक्रेटरी ऑफ स्टेट, पर्यटन मंत्रालय, कम्बोडिया; श्री एलेक्ज़ेंडर सितनिकोव, रशियन मिनिस्ट्री ऑफ इकोनोमिक डेवलपमेन्ट के प्रतिनिधि; श्री कृष्णथ फर्नांडो, जनरल मैनेजर, श्री लंका कन्वेंशन ब्यूरो; श्री आर.के. सुमन, क्षेत्रीय निदेशक, उत्तर, भारतीय पर्यटन: श्रीमति अंजली यादव, आईएएस, डायरेक्टर, झारखण्ड टूरिज़्म; श्रीमति ज्योति मयाल, अध्यक्ष, ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (टीएएआई); श्री गजेश गिरधर, चेयरमैन एमेरिटस, नेटवर्क ऑफ इंडियन एमआईसीई एजेंट्स (एनआईएमए) और श्री संजीव अग्रवाल, संस्थापक एवं सीईओ, फेयरफेस्ट मीडिया लिमिटेड, तथा संगठनों के प्रमुख शामिल रहे।पर्यटन बाज़ार के महत्व पर रोशनी डालते हुए श्री संजीव अग्रवाल, संस्थापक एवं सीईओ, फेयरफेस्ट मीडिया लिमिटेड ने कहा, ‘‘एक अनुमान के मुताबिक भारत का एमआईसीई पर्यटन बाज़ार 2024 से 2029 के बीच 6 फीसदी सीएजीआर की दर से बढेगा, जो देश के पर्यटन उद्योग में एमआईसीई के बढ़ते महत्व को दर्शाता है। इंडियन एक्ज़हीबिशान इंडस्ट्री एसोसिएशन के मुताबिक 2019 में इस उद्योग का मूल्य 709 मिलियन डॉलर था, और एक अनुमान के अनुसार यह 10.25 फीसदी सीएजीआर की दर से बढ़कर 2025 में 1283 मिलियन डॉर पर पहुंच जाएगा।बीएलटीएम 2024 देशी-विदेशी हितधारकों को एक दूसरे के साथ जुड़ने का मौका देगा तथा उद्योग जगत में साझेदारियों एवं इनोवेशन्स को प्रोत्साहित करेगा। श्रीमति ज्योति मायल, प्रेज़ीडेन्ट, टीएएआई ने कहा, ‘‘भारत का यात्रा एवं पर्यटन उद्योग देश की अर्थव्यवस्थ का मुख्य स्तंभ है, जो जीडीपी में 10 फीसदी योगदान के साथ सालाना 78 बिलियन डॉलर उत्पन्न करता है। एक अनुमान के अनुसार 2029 तक यह उद्योग 53 मिलियन नौकरियां उत्पन्न करेगा और 30.5 मिलियन यात्रियों को आकर्षित करेगा, ये आंकड़े इस सेक्टर की विकास क्षमता को दर्शाते हैं। 2030 तक 253 बिलियन डॉलर तक पहुंचने के अनुमान के साथ इस सेक्टर में विकास की अपार संभावनाएं हैं। उम्मीद है कि इस साल भारत से विदेश जाने वाले पर्यटकों की संख्या 27 मिलियन तक पहुंचेगी, जो कोविड से पहले के दौर के समकक्ष होगी। 2024 में भारत का यात्रा एवं पर्यटन मार्केट 22.30 बिलियन डॉलर तथा 2029 तक 34.11 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा। ये आंकड़े उद्योग जगत की क्षमता की पुष्टि करते हैं। सरकार से मिलने वाला सहयोग, खासतौर पर जीएसटी में कटौती और बेहतर मार्केटिंग के चलते हमें भारत के विश्वस्तरीय पर्यटन में तेज़ी से विकास की उम्मीद है।श्री कृष्णथ फंर्नांडो, जनरल मैनेजर, श्री लंका कन्वेन्शन ब्यूरो ने कहा,जनवरी और अगस्त 2024 के पहले सप्ताह के बीच श्रीलंका में भारत से तकरीबन 2.3 मिलियन आगंतुक पहुंचे। ऐसे में यह हमारे लिए सबसे बड़ा मार्केट है। बीचेज़ से लेकर वाइल्डलाईफ और सांस्कृतिक अनुभवों जैसे रामायण ट्रेल तक ढेरों आकर्षणों के साथ श्रीलंका भारतीय पर्यटकों को खूब लुभाता है। हर सप्ताह से भारत से 83 उड़ानों के साथ हम एमआईसीई और वैडिंग सेगमेन्ट पर ध्यान दे रहे हैं, साथ ही छुट्टी मनाने वाले पर्यटकों को भी खूब लुभा रहे हैं। निकटता, कनेक्टिविटी और पैसा वसूल सेवाओं के चलते श्रीलंका भारतीय पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षणों में से एक है।इस आयोजन को प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पर्यटन बोर्ड्स जैसे अज़रबैजान, कम्बोडिया, भारत, इज़राइल, रूस और श्रीलंका तथा राज्य के पर्यटन बोर्ड्स जैसे गोवा, गुजरात, झारखण्ड, मेघालय, उड़ीसा, पंजाब और तेलंगाना का समर्थन प्राप्त है। इसके अलावा इस आयोजन को भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय से भी समर्थन मिल रहा है। आयोजन में हिस्सा लेने वाले प्रतिष्ठित प्रदर्शकों में ओट्टिला इंटरनेशनल, रेडिसन होटल ग्रुप ,रामोजी फिल्म सिटी, पॉल जॉन रिज़ॉर्ट्स एण्ड होटल्स, रामी ग्रुप ऑफ होटल्स, जेटीबी मीटिंग्स एण्ड इवेंट्स, विंमबलडन डीबेंचर सीटिंग, हैदराबाद कन्वेंशन विज़िटर्स ब्यूरो आदि शामिल हैं।बीएलटीएम फोरम इस आयोजन का आकर्षण केन्द्र है, जिसमें विभिन्न साझेदारों जैसे एसआईटीई, एनआईएमए, टीआईए, पीएचडीसीसीआई के सहयोग से विशेष सत्रों का आयोजन किया जा रहा है। ये सत्र प्रतिभागियों को उद्योग जगत के रूझानों को जानने, ज्ञान के आदान-प्रदान और एक दूसरे से सीखने का मौका देंगे। शो के पहले दिन वैडिंग सूत्रा द्वारा एक्सक्लुज़िव सत्र का आयोजन किया गया, जहां जाने-माने वैडिंग प्लानर्स के साथ दो पैनल चर्चाएं भी हुईं। इन चर्चाओं का संचालन श्री परथिप थ्यागराजन, सीईओ एवं सह-संस्थापक, वैडिंग सूत्रा द्वारा किया गया।