-चोपड़ा को कांग्रेस की कमान… आजाद करेंगे चुनाव आसान!
-तीन महीने बाद मिला दिल्ली प्रदेश कांग्रेस को सुभाष चोपड़ा के रूप में अपना अध्यक्ष
-कांग्रेस आलाकमान ने पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद को थमाई प्रदेश चुनाव प्रचार की कमान
परफैक्ट न्यूज/ नई दिल्ली
लंबे इंतजार के बाद दिल्ली प्रदेश कांगेस को अपना अध्यक्ष मिल गया। कांग्रेस आलाकमान ने बुधवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के नाम का ऐलान कर दिया। सुभाष चोपड़ा को एक बार फिर से दिल्ली में कांग्रेस की कमान थमाई गई है। पूर्व सांसद कीर्ति आजाद को चुनाव प्रचार समिति का प्रमुख घोषित किया गया है। कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बुधवार को इसकी औपचारिक घोषणा की। बता दें कि चोपड़ा पहले भी दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे हैं।
सुभाष चोपड़ा कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक रहे हैं। वहीं लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कीर्ति आजाद कांग्रेस में शामिल हुए थे। भाजपा में रहते हुए वह दरभंगा से सांसद रहे। कीर्ति आजाद के पिता भगवत झा आजाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और बिहार के मुख्यमंत्री रहे थे। ज्ञात हो कि 20 जुलाई को शीला दीक्षित के देहांत के बाद से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का पद खाली था। दिल्ली के पार्टी नेताओं के साथ चर्चा करने के बाद पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सुभाष चोपड़ा के नाम पर फैसला किया।
बने रहेंगे कार्यकारी अध्यक्षः
सुभाष चोपड़ा को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है। उनके साथ तीन कार्यकारी अध्यक्ष हारून युसूफ, देवेंद्र यादव और राजेश लिलोठिया काम करते रहेंगे। बीते दो माह से तीनों कार्यकारी अध्यक्ष पार्टी का काम देख रहे हैं।
छात्र जीवन से कांग्रेस की राजनीति मेंः
सुभाष चोपड़ा 1968 में छात्र नेता के तौर पर कांग्रेस की राजनीति में सक्रिय हुए थे। वह 1970-71 में दिल्ली छात्र संघ के अध्यक्ष बने थे। इसके पश्चात वह दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी में कई पदों पर रहे। सुभाष चोपड़ा दिल्ली कांग्रेस के सचिव, कोषाध्यक्ष और महासचिव के अलावा उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं। इसके साथ ही वह 16 जून 2003 तक दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी रहे। चोपड़ा 1968 में चैथे मेट्रोपोलिटन काउंसिल के सदस्य और 1998 व 2003 में विधायक चुने गए। जून 2003 से दिसंबर 2003 तक विधानसभा के स्पीकर रह चुके हैं। 2008 में वह एक बार फिर विधायक चुने गए थे।