नई दिल्ली – ईसेनवारेनमैस्से द्वारा पावर्ड इंटरनेशनल हार्डवेयर फेयर इंडिया के दूसरे संस्करण की शुरूआत आज नई दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित हॉल नंबर 11 में हुई। यह हार्डवेयर के क्षेत्र में इनोवेशन्स और विश्वस्तरीय मानकों का प्रदर्शन कर रहा है। कोलनमैस्से द्वारा आयोजित इस प्रदर्शनी में 250 से अधिक प्रदर्शक हिस्सा ले रहे हैं, इसमें चीन, कोरिया, इटरी और ताईवान के पैविलियन हैं। उम्मीद है कि शो में 35 से अधिक देशों से 10000 से अध्णिक कारोबार आगंतुक पहुंचेंगे। एक अनुमान के मुताबिक भारत का फर्नीचर हार्डवेयर मार्केट 2024 से 2029 के बीच 15.49 फीसदी की दर से बढ़ेगा। यह 2024 में 3.04 बिलियन डॉलर पर है, जो 6.26 बिलियन डॉलर पर पहुंच जाएगा। ऐसे में इस सेक्टर में विकास की अपार संभावनाएं हैं।उद्घाटन समारोह के अवसर पर शिरकत करने वाले दिग्गजों में श्री अश्विनी कुमार, प्रेज़ीडेन्ट, एफआईईओ; डॉ अजय सहाय, डायरेक्टर जनरल एवं सीईओ, एफआईईओ; श्री ओलिवर फ्रेज़, चीफ़ ऑपरेटिंग ऑफिसर, कोलनमैस्से जीएमबीएच, श्री सेबस्टियन रोसिटो, वाईस प्रेज़ीडेन्ट, ट्रेड फेयर मैनेजमेन्ट, कोलनमैस्से जीएमबीएच और श्री मिलिंद दीक्षित, मैनेजिंग डायरेक्टर, कोलनमैस्से जीएमबीएच मौजूद रहे। प्रदर्शनी के दौरान प्रीमियम हैण्ड टूल्स, पावर टूल्स, स्पेशलाइज़्ड टूल्स एवं ओद्यौगिक हार्डवेयर समाधानों में इनोवेशन्स की व्यापक रेंज को प्रदर्शन किया जा रहा है। इसमें हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों में आलोक इंटरनेशनल प्रा लिमिटेड, डीपी गर्ग एण्ड कंपनी प्रा लिमिटेड, डे नीर्स टूल्स लिमिटेड, ग्रिपवैल फोर्जिंग्स एण्ड टूल्स, एच आर इंटरनेशनल, जेके फाइल्स एण्ड इंजीनियरिंग लिमिटेड, स्पार्कल टूल्स प्रा लिमिटेड तथा कई अन्य प्रतिष्ठित प्रदर्शक शामिल हैं। इव अवसर पर श्री अश्विनी कुमार, प्रेज़ीडेन्ट, फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ओर्गेनाइज़ेशन ने कहा,भारत का हार्डवेयर उद्योग अनुकूल माहौल के बीच तेज़ी से विकसित हो रहा है। 2023 में भारत के हार्डवेयर निर्यात ने 15 फीसदी सालाना का विकास दर्ज किया है, जो विश्वस्तरीय बाज़ार में देश की बढ़ती प्रतिस्पर्धा को दर्शाता है। भारत ने दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का मुकाम हासिल कर लिया है और 2027 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनोमी बनने की दिशा में अग्रसर है। ऐसे में 200 से अधिक भारतीय प्रदर्शकों और 10000 से अधिक अनुमानित कारोबार आगंतुकों के साथ यह आयोजन प्रोडक्ट्स के प्रदर्शन, नए अवसरों के साथ जुड़ने तथा देशी-विदेशी खरीददारों के बीच संबंध बनाने के लिए महत्वपूर्ण मंच साबित होगा। भारत के निर्यात तथा महत्वांकांक्षी लक्ष्यों पर बात करते हुए डॉ अजय सहाय, डायरेक्टर जनरल एवंसीईओ, फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ओर्गेनाइज़ेशन ने कहा, ‘‘2030 तक 2 ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य के साथ भारत निर्यात में तेज़ी से विकास की ओर अग्रसर है। हाल ही के वर्षों में हमारा निर्यात 478 बिलियन डॉलर से बढ़कर 778 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया है। इस दृष्टि से 8 फीसदी से अधिक बढ़ोतरी हुई है। हमने 14 फीसदी सीएजीआर के साथ विकसित होने का लक्ष्य रखा है। मशीनरी, हेण्ड टूल्स, ऑटोमोबाइल्स, इलेक्ट्रोनिक्स और मेडिकल उपकरणों जैसे सेक्टर तेज़ी से प्रगति कर रहे हैं। हम निर्यात प्रतिस्पर्धा बढ़ाने के लिए मुख्य बाज़ारों जैसे यूएई, ऑस्ट्रेलिया, यूके, ओमान, पेरू और ईयू के साथ कारोबार समझौते कर रहे हैं। श्री मिलिंद दीक्षित, मैनेजिंग डायरेक्टर, कोलनमैस्से प्रा. लिमिटेड ने कहा,भारत का हार्डवेयर और बिल्डिंग मटीरियल मार्केट बदलाव के दौर से गुज़र रहा है। आज के उपभोक्ताओं में पर्यावरण के अनुकूल स्थायी प्रोडक्ट्स की मांग बढ़ रही है। भारत के विकसित होती अर्थव्यवस्था और इन्फ्रास्ट्रक्चर पर बढ़ते खर्च के साथ हार्डवेयर एवं बिल्डिंग मटीरियल की मांग बढ़ रही है। इसके अलावा सरकार की विभिन्न पहलें जैसे मेक इन इंडिया’ और अफॉर्डेबल हाउसिंग भी इस विकास को गति प्रदान कर रहे हैं।

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