-मंगलवार को दिन भर जाम से कराहती रही दिल्ली
-जगह जगह जाम लगने से देर से घर-दफ्तर पहुंचे लोग
-सिग्नेचर ब्रिज बंद होने से बढ़ी लोगों की परेशानी
विवेकानंद बाइजोडिया/नई दिल्ली
एक ओर लोगों पर ऑड-इवन की मार पड़ रही है। सरकार का दावा है कि सड़कों पर गाड़ियां कम उतर रही हैं। लेकिन मंगलवार को पूरे दिन दिल्ली ट्रैफिक जाम से लाचार नजर आई। एक-एक रेड लाइट पर घंटों जाम और कई-कई किलोमीटर लंबे जाम ने लोगों के पसीने छुड़ा दिए। दिल्ली का आईटीओ इलाका पूरे दिन वकीलों के खिलाफ पुलिस कर्मियों के प्रदर्शन की वजह से जाम रहा। तो दूसरी ओर दिल्ली के कई महत्वपूर्ण इलाकों में बिना कारण के ही जाम लगा रहा।
जाम के सबसे ज्यादा शिकार उत्तर पूर्वी दिल्ली के लोग रहे। आईएसबीटी कश्मीरीगेट, आईएसबीटी सराय काले खां और आईएसबीटी आनंद विहार पर लोगों को लंबे जाम में फंसना पड़ा। मजनूं का टीला, खजूरी चौक, शास्त्री पार्क, गांधी नगर, दिल्ली गेट, दरियागंज, लाल किला, जीपीओ कश्मीरीगेट, तीस हजारी, ईदगाह-करोलबाग, पहाड़गंज, मंडी हाउस, पीरागढ़़ी, पंजाबी बाग, राजेंद्र नगर सहित दिल्ली के सभी प्रमुख इलाकों में सुबह से शाम तक जाम लगा रहा। इसके चलते सुबह लोग अपने काम पर देर से पहुंचे तो रात को अपने घरों तक भी कई घंटों के बाद पहुंचे।
दिल्ली सरकार का दावा है कि ऑड इवन की वजह से मंगलवार को दूसरे दिन लाखों गाड़ियां सड़कों पर नहीं उतरीं। यदि इसे सही मान लिया जाए और ऑड इवन नहीं होता तो दिल्ली वालों की क्या हालत होती, इस बात का केवल अंदाजा ही लगाया जा सकता है। ट्रैफिक जाम की वजह से प्रदूषण भी भारी मात्रा में बढ़ा। हालांकि प्रकृति यानी कि मौसम में बदलावा की वजह से प्रदूषण के असर में कुछ कमी आई।
गलत रहा सिग्नेचर ब्रिज को बंद करने का फैसलाः
सिग्नेचर ब्रिज को बंद करने का दिल्ली सरकार का फैसला गलत साबित हुआ। सिग्नेचर ब्रिज पर लिफ्ट के निर्माण के लिए इसे अगले 10 दिन के लिए बंद कर दिया गया है। इस लिफ्ट के जरिए लोग ऊपर जाकर दिल्ली दर्शन कर सकेंगे। पर्यटन के उद्देश्य से इसका निर्माण किया जा रहा है। मंगलवार को सिग्नेचर ब्रिज को बंद किए जाने का पहला दिन था। पहले दिन ही खजूरी चौक के चारों ओर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया। हालत इतनी खराब रही कि लोग घंटों इस जाम में फंसे रहे। दूर-दूर तक डीटीसी बसों की लाइनें लग गईं। दो पहिया वाहन वालों को भी भारी परेशानी हुई।
सार्थक जन मंच के कार्यकारी अध्यक्ष शक्ति सिंह राठौर ने कहा कि एक ओर शास्त्री पार्क लाल बत्ती पर फ्लाईओवर का निर्माण किया जा रहा है। इसकी वजह से इसके आस-पास जाम की स्थिति बनी रहती है। ऐसे में सिग्नेचर ब्रिज को बंद किए जाने का फैसला गलत समय पर लिया गया है। सिग्नेचर ब्रिज बंद हाने की वजह से नंद नगरी से वजीराबाद पुल से होकर जाने वाली सभी डीटीसी बसों को एक ओर से शास्त्री पार्क चौक से होकर गुजरना पड़ रहा है। इसकी वजह से वजीराबाद, खजूरी और शास्त्री पार्क तीनों जगह यानी तीनों सड़कों पर जाम की स्थिति बनी रहती है। अच्छा होता कि सरकार सिग्नेचर ब्रिज पर किया जा रहा निर्माण कार्य शास्त्री पार्क के फ्लाईओवर ब्रिज का निर्माण कार्य होने के पश्चात कराती। ऐसे में उत्तर-पूर्वी दिल्ली की यातायात व्यवस्था कुछ हद तक ठीक बनी रहती।
सरकार का दावाः सफल रहा ऑड इवन
दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने दावा किया है कि ऑड इवन का दूसरा दिन सफल रहा। इससे राजधानी का एयर क़्वालिटी इंडेक्स भी बेहतर हुआ। उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि मंगलवार को दूसरे दिन भी ऑड इवन बहुत सफल रहा। तीन बजे के लेटेस्ट डेटा के अनुसार पी एम 2.5 , 58 रहा जो काफी अच्छी क़्वालिटी है साथ ही पी एम 10 भी 139 रहा जो कल से काफी बेहतर स्थिति है। उन्होंने कहा कि इन आंकड़ों से ये तो पता चल रहा है कि दिल्ली पर जो धुंए का संकट था वो लगभग खत्म हो चुका है। फिर भी हमारे पर्यावरण विभाग के वैज्ञानिक सभी तरह के हालातों पर नज़र बनाए हुए है।
सिसोदिया ने आगे कहा कि मुझे लगता है कि कल के माननीय सुप्रीम कोर्ट के आर्डर के बाद हरियाणा और पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई होगी। हमें उम्मीद है कि अब और धुआं दिल्ली पर नहीं छाएगा। पूरी दिल्ली बहुत अच्छे से इस नियम का पालन कर रही है। सोमवार को हमने सख्ती नहीं करते हुए और ज्यादातर लोगों के चालान नही काटते हुए समझाया था कि ऑड इवन का पालन करें उसके बाद कुल 192 चालान काटे गए थे। आज हमने चालान की संख्या बढ़ाई है जो दोपहर तक 384 चालान काटे गए।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कों पर जो गाड़ियों की कमी आयी है उसकी वजह से लोगो को एक से दूसरी जगह पहुचने में समय आधा रह गया है। इस कारण भी वाहनों से होने वाले प्रदूषण में कमी आयी है।
वकीलों-पुलिस की बीच तनातनी अप्रत्याशितः
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में वकीलों और पुलिस के बीच चल रही तनातनी अप्रत्याशित है। एक ओर वकील जो जनता को न्याय दिलाने का काम करते हैं और दूसरी तरफ पुलिस है जो जनता की सुरक्षा करती है। दोनों आम आदमी के इर्दगिर्द खड़े हुए वो लोग हैं जिन पर आम आदमी भरोसा करता है। जब इन दोनों के बीच कोई समस्या होती है तो इस पर समय रहते उपाय कर लेने चाहिए। हम चाहते हैं कि इसका तुरंत समाधान निकले और किसी भी तरह की हिंसा नहीं हो।