नई दिल्ली- पिछले 15 वर्षों से दिल्ली नगर निगम में शासित भाजपा के भ्रष्टाचार के कारण एमसीडी में आर्थिक संकट इतना गहरा गया है कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने पिछले तीन महीनों से अपने कर्मचारियों को वेतन व सेवानिवृत्त पेंशनधारकों को पेंशन नहीं दी है जबकि वेतन न मिलने की तंगी झेलने वाले सफाई कर्मचारियों को भी पिछले महीने का वेतन नहीं मिला है। यह कहना है दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी का।
बुधवार को उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के संकट में आर्थिक संकट झेल रहे निगम कर्मचारी यूनियनों ने पूर्वी दिल्ली नगर निगम को 18 जनवरी को हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है, जबकि अगले दो महीनों बाद निगम चुनाव होंगे। चौधरी ने कहा कि भाजपा द्वारा तीनों निगमों में सफाई व्यवस्था के नाम पर पिछले 5 वर्षों में लगभग 12 हजार करोड़ रुपए का भ्रष्टाचार इसी महीने उजागर हुआ है, जबकि सफाई व्यवस्था जस की तस है।
उन्होंने कहा कि जब पूर्वी दिल्ली के महापौर वित्त संकट स्वीकार रहे हैं, तो क्यों नहीं केंद्र की भाजपा सरकार से आर्थिक मदद मांगते। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के इशारे पर दिल्ली सरकार जानबूझकर निगम कर्मचारियों के वेतन के फंड को रोक रही है ताकि हालात और अधिक खराब हो। दिल्ली सरकार द्वारा नगर निगम को फंड रिलीज करने की दिशा में मामला हाई कोर्ट में चल रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा के भ्रष्ट प्रशासन का सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि पिछले कई वर्षों से कर्मचारियों के वेतन के बजट में ही कटौती कर दी गई, जबकि किसी भी संस्था में वेतन के लिए फंड निश्चित होता है। चौधरी ने कहा कि पूर्वी निगम कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने के लिए वेतन की मांग के अलावा रात्रि पाली में सुपरवाइजर की ड्यूटी वापस लेने, दूसरे विभागों के कार्य न कराने, ढलावघरों में कूड़ा फैले होने की जिम्मेदारी से मुक्त करने की मांग भी शामिल हैं।
भाजपा के शासन में भरपूर भ्रष्टाचार हो रहा है क्योंकि जब कूड़ा उठाने की जिम्मेदारी प्राइवेट कंपनी को दी हुई है तो फिर निगम कर्मचारियों को क्यों इसकी जवाबदेही की देनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम में सफाई व्यवस्था का बजट लगातार 5 वर्षों तक बढ़ाये जाने के बावजूद भी यमुना पार क्षेत्र की सफाई व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली में सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी निगमों की है परंतु राजधानी में सफाई व्यवस्था की बदहाल स्थिति इतनी बदतर हो गई है कि सडक़ों, गलियों, चौराहों पर जगह-जगह गंदगी व कूड़े के ढेर लगे हुए हंै। उन्होंने कहा कि सडक़ों की सफाई, नालियों-नालों की सफाई, डिस्लिटिंग के नाम भ्रष्टाचार के अलावा कुछ नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता राजधानी की बदहाल परिस्थितियों के लिए जिम्मेदार भाजपा को आने वाले निगम चुनावों में सबक सिखाएंगी।