नई दिल्ली- दिल्ली सरकार के मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल सरकार के स्वस्थ्य तंत्र पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। केंद्र सरकार द्वारा डेक्स्ट्रोमेथोर्फन दवाई का उपयोग 4 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए करने से मना किया गया था लेकिन मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टरों ने एक और दिल्ली के मासूम को यह दवा देकर मौत और जिंदगी के बीच लडऩे के लिए मजबूर कर दिया है।
मोहल्ला क्लीनिक भ्रष्टाचार व मौत के अड्डे बन गए हैं। हमारी मांग है कि लगातार बढ़ रहे इस तरह के मामलों में न्यायिक जांच हो और होने वाली लापरवाही के लिए सतेंद्र जैन को इस्तीफा देना चाहिए। गुप्ता ने मोहल्ला क्लीनिक की लापरवाही की वजह से बच्चों एवं मासूमों को होने वाली तकलीफ पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था की हकीकत पूरी दिल्ली जान चुकी है।
जिस मोहल्ला क्लीनिक का प्रचार देश में ही नहीं बल्की विदेशों में भी केजरीवाल करते हैं, वह सिर्फ उनके प्रचार का अड्डा बना हुआ है। जबकि उन क्लीनिकों में पोस्टर नहीं स्वास्थ व्यवस्था की जरुरत है। उन्होंने कहा कि इन मोहल्ला क्लीनिकों में अयोग्य डॉक्टर, एक्सपायरी दवाईयां एवं मूलभूत सुविधाओं की भी कमी है। पिछले सात सालों में 57 हजार करोड़ रुपये सिर्फ स्वास्थ व्यवस्था पर खर्च करने वाली केजरीवाल सरकार ने मोहल्ला क्लीनिक पर शुरुआती दौर में ही 1500 करोड़ रुपये खर्च किए लेकिन आज उसकी हालात बिल्कुल जर्जर हो चुकी है।