नई दिल्ली- दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने वर्षों से पुरानी रखरखाव के अभाव में खराब हो रही हेरिटेज संपत्तियों को लीज पर देने की योजना बनाई है। इसके तहत महरौली स्थित हेरिटेज संपत्ति को लीज पर देगी। यह सभी पुरानी इमारतें हमारे इतिहास का झरोखा हैं तथा इन्हें तोडऩा आने वाली पीढ़ी को इनसे जुड़े इतिहास से विमुख करना होगा। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने इन संपत्तियों को संरक्षित करने एवं इनकी हालत सुधारने के लिए वार्षिक आधार पर एक योजना का निर्माण किया है।
यह जानकारी दक्षिणी दिल्ली के महापौर मुकेश सुर्यान ने दी। उन्होंने बताया कि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम द्वारा बनाई गई योजना के अंतर्गत इन इमारतों को रिटेल शॉपिंग,दवाइयों के भंडारण,व्यवसायिक प्रतिष्ठान ,नैदानिक लैब, पॉली क्लीनिक, मरम्मत सेवाएं, बैंक, एटीएम, गेस्ट हाउस, कोचिंग सेंटर, रेस्टोरेंट एवं अन्य अनुमति प्राप्त कार्यों के लिए इस्तेमाल में लाने के लिए 20 वर्ष की अवधि के लिए लाइसेंस प्रदान किए जायेंगे।
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम पहली बार हेरिटेज संपत्तियों के प्रयोग के लिए नीलामी प्रक्रिया अपनाएगी। इन इमारतों में रखरखाव,नवीकरण,संशोधन की मद में हुए खर्च को वहन करने की संपूर्ण जिम्मेदारी लाइसेंसधारी की होगी। दक्षिणी निगम इन संपत्तियों के रखरखाव के लिए कोई भी राशि खर्च नहीं करेगा वहीं दूसरी ओर दक्षिणी निगम को इन संपत्तियों के किराए से अतिरिक्त आय की प्राप्ति भी होगी। महापौर ने कहा कि इन हेरिटेज संपत्तियों को इस्तेमाल में लाने से पहले लाइसेंसधारी को इन संपत्तियों में संशोधन डिजाइन,आरेख एवं पंजीकृत वास्तुकार द्वारा सत्यापित संरचनात्मक स्थिरता प्रमाणपत्र दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के माध्यम से हेरिटेज कंजर्वेशन कमेटी से पास करवाने होंगे।