क्विक हील टेक्नोलॉजीज लिमिटेड ने अपनी सीएसआर शाखा क्विक हील फाउंडेशन के माध्यम से आज छत्तीसगढ़ के राजनंदगांव में बदलाव लाने वाली एक पहल “साइबर शिक्षा फॉर साइबर सुरक्षा- अर्न एण्ड लर्न’’ शुरू की है। साइबर यूथ डेवलपमेंट एसोसिएशन (सीवायडीए) के साथ पहली बार की एक भागीदारी में यह कार्यक्रम राजनंदगांव के डिजिटल परिदृश्य में बदलाव लाने और एक ज्यादा मजबूत साइबर कम्युनिटी को बढ़ावा देने के लिये तैयार है। क्विक हील में ऑपरेशनल एक्सीलेंस की चीफ और क्विक हील फाउंडेशन की चेयरपर्सन सुश्री अनुपमा काटकर ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया, जिसके साथ ही क्षेत्र में साइबरसुरक्षा पर ज्ञान के अभाव को दूर करने का एक महत्वाकांक्षी मिशन शुरू हुआ।राजनंदगांव को आकांक्षी जिले के रूप में चुना गया है और वह 47.96 प्रतिशत अंकों के साथ भारत के 101 आकांक्षी जिलों के लिये नीति आयोग के बेसलाइन असेसमेंट में दूसरे स्थान पर था।साइबर शिक्षा फॉर साइबर सुरक्षा- अर्न एण्ड लर्न पहल के माध्यम से क्विक हील फाउंडेशन क्रियान्वयन भागीदार के रूप में सीवायडीए को लेकर क्षेत्र को साइबर के लिहाज से मजबूत बनाने, साइबर खतरों के जोखिम को कम करने और ज्यादा सुरक्षित ऑनलाइन माहौल को बढ़ावा देने का लक्ष्य तय किया गया है।साइबर शिक्षा फॉर साइबर सुरक्षा- अर्न एण्ड लर्न’’ कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आकांक्षी जिले की प्रतिभा को मुख्यधारा में लाना, उन्हें उत्कृष्ट काम करने का अवसर देना और राजनांदगांव में युवाओं तथा समाज के बीच साइबरसुरक्षा पर जागरूकता बढ़ाना है। इस पहल के तहत 40 समर्पित स्टूडेंट वालंटीयर्स को चुना जाएगा, जिनमें से 30 वालंटीयर्स दिग्विजय कॉलेज, राजनांदगांव, छत्तीसगढ़ और गवर्नमेंट डॉ. भीमराव आम्बेडकर कॉलेज, डोंगरगांव से होंगे, जबकि 10 वालंटीयर्स का चयन समाज से किया जाएगा। इन वालंटीयर्स को सीवायडीए के वे मास्टर ट्रेनर्स व्यापक प्रशिक्षण देंगे, जिन्हें क्विक हील फाउंडेशन से विशेषज्ञ मार्गदर्शन प्राप्त होगा। प्रशिक्षण में साइबर जागरूकता के सत्र, क्षमता-निर्माण की कार्यशालाएं और व्यक्तित्व विकास के कार्यक्रम होंगे।