नई दिल्ली- राणा ग्रुप की कम्पनी ईरिशा ई मोबिलिटी ने एल 5 कैटेगरी में इलेक्ट्रिक कार्गो लोडर ई-सुपीरियर और इलेक्ट्रिक डिलीवरी वैन ई-सुप्रीम और इलैक्ट्रिक पैसेंजर वाहन थ्री-व्हीलर ऑटो ई-स्मार्ट लॉन्च करने के साथ-साथ ईवी चार्जिंग स्टेशन शुरू करने की घोषणा की। इलेक्ट्रिक वाहन-ई-सुपीरियर कार्गो लोडर रु.3.89 लाख, ई-सुप्रीम इलेक्ट्रिक डिलीवरी वैन रु.4.09 लाख और ई-स्मार्ट इलेक्ट्रिक यात्री वाहन रु.3.87 लाख एक्स-शोरूम में उपलब्ध हैं। इनमें 51.2 वी की शक्तिशाली ली-आयन बैटरी है जो एक चार्ज पर 120-140 किमी तक की दूरी तय करती है। बैटरी 4-5 घंटे में फुल चार्ज हो जाती है। सभी वाहनों पर 39 महीनों की वारंटी है। ई-ऑटो की डिलीवरी नवंबर 2022 से शुरू होने की उम्मीद है और कंपनी की वेबसाइट पर या फिर पूरे भारत में मौजूद डीलरों को केवल रु.2100 प्रति टोकन का ऑनलाइन अग्रिम भुगतान कर पहले से वाहन बुक किया जा सकता है। खास कर भारतीय बाजार के मद्देनजर कंपनी ने इलेक्ट्रिक वाहन की परिकल्पना और डिजाइन कर ‘रुवोकल फॉर लोकल’ की मिसाल रखते हुए लास्ट माइल कनेक्टिविटी को और आसान बना दिया है। इसी साल के अंत तक कंपनी इलेक्ट्रिक कार्गो 4-व्हीलर 1.50 एमटी, 2.50 एमटी और 3.00 एमटी क्षमता में लॉन्च करने की घोषणा की है और विभिन्न रेंज में 2 व्हीलर और इलेक्ट्रिक बस लॉन्च करने की तारीख की घोषणा भी करेगी।इलैक्ट्रिक वाहन लॉन्च करने के अवसर पर राणा ग्रुप के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, श्री दर्शन राणा ने कहा, हम अलग-अलग सभी ईवी सेगमेंट को लक्ष्य बना कर काम कर रहे हैं। सबसे पहले फेज 1 में ईवी सेगमेंट के तहत 8 प्रोडक्ट लॉन्च करने जा रहे हैं  इलेक्ट्रिक 3 व्हीलर एल 5 सेगमेंट पैसेंजर – एचडी एवं कम्पैक्ट, कार्गो, डेलिवरी वैन और इलेक्ट्रिक एसी चार्जर / चार्जिंग स्टेशन (रेटिंग 3.3 किलोवाट, 7.2 किलोवाट, 10 किलोवाट और 14 किलोवाट क्रमशः)। फेज 2 में 1.5 टन से 20 टन क्षमता के कमर्शियल वाहनों का विकास करेंगे। फेज 3 में कंपनी अपनी दूरदृष्टि का विस्तर करते हुए धीमी और उच्च गति के इलेक्ट्रिक 2 व्हीलर – मोटरसाइकिल और स्कूटर का उत्पादन शुरू करेगी। फेज 4 में कंपनी 7 मीटर, 9 मीटर और 12 मीटर रेंज में इलेक्ट्रिक बसें लॉन्च कर सभी ईवी सेगमेंट में समाधान देने में अपनी सक्षमता और बढ़ाएगी। इलेक्ट्रिक वाहनों को जरूरी सहायक सेवा देने के लिए हम पूरे भारत में इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशनों का इको सिस्टम तैयार करने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि,“इलेक्ट्रिक वाहनों के विकास और निर्माण में तेजी से बढ़ते हुए हम आने वाले समय में उन्हें हाइड्रोजन वाहन में बदलने की योजना पर काम कर रहे हैं। हमारी योजना जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम कर सरकार के एक बड़े लक्ष्य को पूरा करने में सहायक होना है। जीवाश्म ईंधन ना केवल हमें महंगा पड़ता है बल्कि हमारे पर्यावरण को भी नुकसान पहंचाता है। राणा ने कहा, उनका यह दृढ़ विश्वास है कि ईवी और हाइड्रोजन वाहन व्यवसाय पर केंद्रित ईरिशा ई मोबिलिटी प्राइवेट लिमिटेड अगले 5 वर्षों में एक यूनिकॉर्न बन जाएगा।