नई दिल्ली- उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने उत्तर रेलवे के विभागाध्यक्षों के साथ प्रधान कार्यालय बड़ौदा हाउस नई दिल्ली में तथा मंडल रेल प्रबंधकों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर रेलवे की कार्य प्रगति की समीक्षा की । बैठक में अन्य विषयों के साथ-साथ प्लेटफॉर्मों का विस्तार,प्टेटफॉर्मों की सतह का ऊंचा करने,वाशेबल एप्रन,दूसरे प्रवेश द्वार का प्रावधान,फुट-ओवर-ब्रिजो, ,एस्केलेटरों, लिफ्टों,पंखों, पेयजल, लाइटिंग, यात्री उदघोषणा प्रणाली, दिव्यांगजनों के लिए शौचालय, मुख्य द्वार सहित स्टेशन भवन का सुधार जैसी यात्री सुविधाएं स्टेशनों पर उपलब्ध कराने जैसे विषयों पर चर्चा की गई। उन्होंने गतिशीलता वृद्धि तथा अन्य विकासात्मक ढॉंचागत कार्यों तथा माल लदान की प्रगति की भी समीक्षा की । उन्होंने बताया कि मई 2022 के दौरान यात्री और माल आय में पिछले माह की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है । मई 2022 के दौरान यात्री आय पिछले माह अर्थात अप्रैल 2022 के 547.73 करोड़ रुपए की तुलना में 699.53 करोड़ रुपये रही । जबकि मई 2022 के दौरान माल आय पिछले माह अर्थात अप्रैल 2022 के 843.07 करोड़ रुपए की तुलना में 1150.12 करोड़ रुपए रही । उन्होंने रेलगाडिय़ों की समयपालनबद्धता के बेहतर रिकॉर्ड के बनाए रखने और गतिशीलता वृद्धि से जुडे कार्यों की प्रगति जांचने के लिए चलाए गए अभियानों में तेजी लाने के निर्देश दिए । उन्होंने जोन पर रेलपथों, वेल्डों के अनुरक्षण मानकों को बेहतर बनाने और रेल पथों के निकट पडे स्क्रैप को हटाने के कार्य की समीक्षा भी की । गंगल ने रेल परिचालन में असफलताओं को कम करने तथा रेल दरारों और रेल वेल्डों की गहन निगरानी करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इन कामों में कोई त्रुटि नहीं होनी चाहिए । महाप्रबंधक ने रेलपथों के किनारों पर उग आई वनस्पतियों को हटाने और पेड़ों की छंटाई करने के कार्यों का जायजा लिया । उन्होंने जोन पर रेलगाडिय़ों की गति सीमा बढ़ाने पर भी बल दिया । फ्रेट बिजनेस डेवलपमेंट पर बोलते हुए महाप्रबंधक ने कहा कि बिजनेस डेवलपमेंट यूनिटों के साथ परस्पर संपर्क बनाए रखना चाहिए । उन्होंने निर्देश दिए कि बीडीयू को ग्राहकों के बीच भरोसे,सहयोग और आत्मविश्वास का माहौल बनाए रखना चाहिए । उन्होंने रेलवे द्वारा जा रही रियायतों और उपायों को ग्राहकों तक पहुंचाने के भी निर्देश दिए । उन्होंने यह भी बताया कि हर गुजरते माह के साथ खाद्यान्न और अन्य मदों के लदान में वृद्धि हुई है ।