नई दिल- उपराज्यपालए श्री वीण्केण् सक्सेना ने आज गाजीपुर लैंडफिल साइट का दौरा किया। इस दौरान दिल्ली के मुख्य सचिवए श्री नरेश कुमारए दिल्ली नगर निगम के विशेष अधिकारीए श्री अश्विनी कुमारए निगमायुक्तए श्री ज्ञानेश भारतीए और चीफ फॉरेस्ट कंजेरवेटरए श्री ईश्वर सिंहए निगम के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।उपराज्यपाल श्री वीके सक्सेना ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे तीन दिनों के भीतर गाजीपुरए भलस्वा व ओखला लैंडफिल साइट से कूड़े के निस्तारण की कार्य योजना प्रस्तुत करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि अधिकारियों की एक टीम बनाई जाए जो इस कार्ययोजना पर काम करें और समयबद्ध रूप से कूड़ा निस्तारण की निगरानी करें।दिल्ली नगर निगम द्वारा पेश कार्ययोजना की निगरानी स्वयं उपराज्यपाल करेंगे और अगर जरूरत महसूस हुई तो उपराज्यपाल लैंडफिल साइट का दौरा कर कार्य की प्रगति को जानेंगे। साप्ताहिक आधार पर कार्य की समीक्षा के लिए उपराज्यपाल सचिवालय में एक विशेष सेल भी बनाया जाएगा। उपराज्यपाल महोदय ने गाजीपुर लैंडफिल साइट पर लगभग दो घंटे घूमकर निरीक्षण किया। गाजीपुर लैंडफिल साइट 70 एकड़ में फैली है और यहां करीब 140 लाख मीट्रिक टन कूड़ा पड़ा है। पूर्वी दिल्ली क्षेत्र से प्रतिदिन 2600 मीट्रिक टन कूड़ा उत्सर्जित होता है। वहींए भलस्वा लैंडफिल साइट पर करीब 80 लाख मीट्रिक टन कूड़ा पड़ा है और ओखला लैंडफिल साइट पर 50 लाख मीट्रिक टन कूड़ा पड़ा हुआ है। लैंडफिल साइट पर तीन तरह का कूड़ा है रिफ्यूज डेराइव्ड फ्यूल आरएफडीद्धए कंस्ट्रक्शन एंड डेमोलिशन वेस्ट व इनर्ट मैटेरियल आरएफडी वेस्ट का प्रयोग वेस्ट टू एनर्जी प्लांट में बिजली बनाने में हो रहा हैए वहींए इनर्ट मैटेरियल का सीमित मात्रा में इस्तेमाल एनएचएआई द्वारा सडक़ निर्माण में किया जा रहा है। सीएंडडी वेस्ट का इस्तेमाल निर्माण संबंधी गतिविधियों में किया जा रहा है।इनर्ट मैटेरियल की समस्या को लेकर उपराज्यपाल महोदय ने निर्देश दिए कि एनएचएआई की तरह ही अन्य राज्यों में इस सामग्री की आपूर्ति की संभावनाओं को तलाशा जाए। वहींण् सीएंडडी वेस्ट को आम लोगोंए बिल्डरोंए और निर्माण एजेंसियों को देने के बारे में भी सोचना चाहिए। उपराज्यपाल महोदय ने लैंडफिल साइट पर चल रहे बायो.रेमेडिएशन के कार्य का भी जायजा लिया। उपराज्यपाल महोदय ने इस बात पर जोर दिया कि कूड़े के खिलाफ अभियान में दिल्ली की जनताए एनजीओए कूड़ा बीनने वालो और नागरिक समूहों को शामिल करने की जरूरत है ताकि दिल्ली को स्वच्छ व हरित शहर बनाया जा सके और कूड़े के पहाड़ से मुक्ति पा सके। उन्होंने प्रधानमंत्रीए श्री नरेंद्र मोदी की कूड़े के पहाड़ की हटाने के अपील को याद करते हुए कहा कि दिल्ली की सरकारी मशीनरी को पूरी तरह से तैयार रहना चाहिए ताकि लैंडफिल साइट को खत्म करने के लक्ष्य को हासिल किया जा सके।