नई दिल्ली- देश में कुश्ती को बढ़ावा देने वाले गुरु द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित कुश्ती के भीष्म पितामह स्व. रोशन लाल पहलवान द्वारा कुश्ती के क्षेत्र में किए गये, योगदान को इतिहास के सुनहरे पन्नों में लिखा गया है। रोशनलाल पहलवान का जन्म 6 जुलाई 1943 में आसानंद परिवार में हुआ, सन् 1956 में अखाड़े की मिट्टी में कसरत करने लगे और 10 वीं तक पढ़ाई के साथ-साथ कुश्तियां भी लड़ने लगे, रोशनलाल पहलवान ने अपने जीवन में जो मुख्य कुश्ती लड़ी उनमें प्रमुख रूप से हजारी पहलवान दिल्ली, इंटरनेशनल पहलवान को हराया,जोगेन्दर पहलवान ओलम्पियन बिहार के पहलवान को परास्त किया,1967 में भारत के प्रथम रजत पदक विजेता बिशमबर पहलवान को नेशनल चैंपियनशिप में कोल्हापुर में हराया,भय्यालाल पहलवान बनारस वाले यूपी, के जिसने बिशंभर पहलवान को हराया था उसको रोशन लाल पहलवान ने हराया है,ऐसी बहुत सी कुश्ती हुई है और लडी है जिसमें रोशन लाल पहलवान विजय रहे हैं।रोशनलाल पहलवान विगत 30 साल से लगभग रेलवे के कुश्ती कोच रहें हैं, रोशनलाल पहलवान के मार्ग दर्शन में विगत 25 साल से राष्ट्रीय कुश्ती चैम्पियनशिप आयोजन में पदक लाने में सफल रहा है, वैसे रोशनलाल पहलवान भारतीय कुश्ती टीम में 20 साल के लगभग चीफ कुश्ती कोच भी रहे है। रोशनलाल पहलवान 6 एशियाई खेलों, कैडेट जूनियर और सीनियर सहित 2 ओलम्पिक 2 कामनवेल्थ गेम्स और 3कामनवेल्थ चेम्पियनशिप में चीफ कोच के रूप में और रेफरी के रूप में रहे हैं। इसी दौरान राजेंद्र सिंह पहलवान सतबीर दहिया पहलवान ने कामनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीते हैं,जब की सतपाल पहलवान, करतार सिंह पहलवान,और राजेंद्र सिंह पहलवान ने भी एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल हासिल किया है।रोशनलाल पहलवान ने अपने दो दशक की पीढियों का कुश्ती के लिए तैयार करने में भी अपना अहम योगदान दिया है, कुश्ती में रोशन लाल पहलवान रेलवे में गवॅमेन्ट आफिसर स्पोट्स आफिसर रहे, तथा पूर्व चीफ कुश्ती कोच इंडियन रेसलिंग टीम,एवं चीफ रेसलिंग कोच इंडियन रेलवे मे रहें,एवं एन,आई,एस, कुश्ती कौच क्वालिफाई, किया, तथा इंडियन स्टाइल रेसलिंग एशोसिएसन आंफ इंडिया के महासचिव पद पर काबिज रहकर भारत देश की कुश्ती को उंचाई तक ले जाने का प्रयास किया, रोशनलाल पहलवान गवॅमेन्ट आंफिसर,स्पोर्टस आफिसर,नार्थ रेलवे बड़ोदा हाऊस न्यू दिल्ली में रहे।