शिमला- हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे एवं शिमला ग्रामीण से मौजूदा कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने भारतीय जनता पार्टी के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी रवि कुमार मेहता को 13,860 मतों से हराकर अपनी सीट बरकरार रखी। इस सीट से छह उम्मीदवार मैदान में थे। विक्रमादित्य ने मीडिया से कहा कि कांग्रेस चुनावी रुझानों के अनुसार सरकार बनाने के लिए तैयार है और नई सरकार लोगों से किए गए सभी वादों को पूरा करेगी। यह पूछे जाने पर कि क्या वह अपनी मां एवं कांग्रेस की हिमाचल प्रदेश इकाई की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहेंगे, विक्रमादित्य ने कहा, बेटे के रूप में, मैं अपनी मां को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहूंगा, लेकिन इस संबंध में फैसला विजेता उम्मीदवारों और आलाकमान द्वारा लिया जाएगा। विक्रमादित्य ने दावा किया कि उनके पिता की विरासत ने पार्टी को स्पष्ट जनादेश दिलाने में मदद की है। विधायकों की खरीद-फरोख्त की आशंका को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राज्य में हैं और पार्टी एकजुट है।