नई दिल्ली- दिल्ली नगर निगम के शिक्षा विभाग के कुशल प्रबंधन एवं प्रभावी एवं वैज्ञानिक शिक्षा पद्धति के फलस्वरूप निगम विद्यालयों में छात्रों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है जिसके चलते इस सत्र में अबतक 2,53,000 नए दाखिले हुए हैं तथा निगम विद्यालयों में पढऩे वाले छात्रों की कुल संख्या लगभग 9,10,000 के पार चली गई है जोकि ’गत पांच वर्षों में सबसे अधिक है’ और निगम की गुणपरक शिक्षा का परिचायक है। निगम विद्यालयों में छात्रों की बढ़ती संख्या दिल्ली नगर निगम के शिक्षा के क्षेत्र में किए अथक परिश्रम का प्रतिफल है। दिल्ली नगर निगम ने शैक्षिक सत्र के आरंभ में ही दिल्ली सरकार के अधीनस्थ संस्था दिल्ली ब्यूरो ऑफ टैक्स्ट बुक्स को पुस्तकों की आवश्यकता सूची उपलब्ध कराता है। चालू शैक्षिक सत्र के लिए दिल्ली ब्यूरो ऑफ टैक्स्ट बुक्स ने जून माह से पुस्तकें उपलब्ध कराना आरंभ किया था तथा अतिरिक्त पुस्तकों की मांग हेतु दिल्ली ब्यूरो ऑफ टैक्स्ट बुक्स को सूचित कर दिया गया है तथा उनकी तरफ से पुस्तकें उपलब्ध कराने में देरी हो रही है। दिल्ली नगर निगम के शिक्षा विभाग द्वारा छात्रों के कल्याण के लिए विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती है जैसे निशुल्क पुस्तकें, वर्दी इत्यादि जिसके लिए निगम ने 162 करोड़ रूपए की मांग दिल्ली सरकार से की थी किंतु दिल्ली सरकार ने इस मद में वर्ष 2022-2023 के लिए केवल 37.50 करोड़ रूपए की राशि उपलब्ध कराई गई है। दिल्ली सरकार ने दिल्ली नगर निगम द्वारा मांगी गई राशि का 25 प्रतिशत से भी कम राशि उपलब्ध कराई है जिससे शिक्षा व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।