नई दिल्ली- ग्रामीण नागरिक क्षेत्र में स्थित डिस्पेंसरी को अस्पताल के रूप में परिवर्तित करने की मांग को लेकर अनशन पर बैठे कुतुबगढ के नागरिकों का उत्तरी दिल्ली के महापौर राजा इकबाल सिंह और स्थायी समिति के अध्यक्ष जोगी राम जैन ने बुधवार को अनशन खत्म करवाया। इस अवसर पर नरेला वार्ड समिति के उपाध्यक्ष, ब्रह्म प्रकाश, कुतुबगढ गांव निवासी, पदम सिंह राणा, जडख़ोड गांव से मुकेश, पंजाब खोड गांव से सतबीर फौजी, कटेवडा गांव से ईश्वर व अन्य ग्रामीण नागरिक उपस्थित थे। महापौर राजा इकबाल सिंह ने बताया कि जो ग्रामीण अनशन पर बैठे हुए थे उनका अनशन खत्म करवाया दिया गया है। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों की सभी मांगो पर सकारात्मक चर्चा की गई है और अधिकारियों को इन्हें जल्द से जल्द सुलझाने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि कुतुबगढ़ क्षेत्र में उत्तरी दिल्ली नगर निगम की शहीद भगत सिंह एलोपैथिक डिस्पेंसरी चल रही है जिसे अस्पताल के रूप में परिवर्तित करने की मांग ग्रामीण निवासी कर रहे थे,जिसे देखते हुए डिस्पेंसरी का निरीक्षण किया गया और अधिकारियों को इस संबंध में उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। स्थायी समिति अध्यक्ष जोगी राम जैन ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान उत्तरी निगम के सभी कर्मचारी व अधिकारी नागरिकों को सभी सुविधाएं प्रदान करने के लिए दिन रात कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि ग्रामीण निवासियों की मांग थी की क्षेत्र में कोई बड़ा अस्पताल नहीं है जिसके कारण नागरिकों को दूर के अस्पताल में इलाज के लिए जाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि अधिकारियों को डिस्पेंसरी को अस्पताल के रूप में परिवर्तित करने की संभावनाएं तलाशने के निर्देश दे दिए गए है। उन्होंने बताया कि उत्तरी निगम ग्रामीण निवासियों की इस समस्या के संबंध में कार्य कर रही है और इसके परिणाम जल्द देखने को मिलेंगे।