अर्ली एंड ऑफ सीज़न सेल के रूझानों के चलते डी2सी ब्राण्ड्स में सैशे लोन की मांग तेज़ी से बढ़ी है, इंस्टामोजो की नई #डी2सी डीकोडेड रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आया है। अगस्त 2022 से जुलाई 2023 के बीच डी2सी ब्राण्ड्स ने रु 243 करोड़ से अधिक के सैशे लोन लिए, इस दृष्टि से 2019-20 की तुलना में 43 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है सैशे लोन सर्विस, सबसे पहले 2020 में इंस्टामोजो द्वारा पेश की गई। ये छोटी राशि के कैश अडवान्स लोन होते है, एक बिज़नेस ज़्यादा मांग की अवधि के दौरान अपनी लिक्विडिटी बनाए रखने के लिए इस तरह के लोन लेता है। सबसे ज़्यादा सैशे लोन महामारी के दौरान लिए गए, 2020-21 की अवधि के दौरान कारोबारों ने कुल रु 252 करोड़ के सैशे लोन लिए। हालांकि एंड ऑफ सीज़न सेल की बढ़ती संख्या के साथ सैशे लोन की मांग भी बढ़ती जा रही है।यहां हम इंस्टामोजो की #डी2सी डीकोडेड रिपोर्ट के दूसरे संस्करण से सैशे लोन वितरण के रूझानों से जुड़े कुछ रोचक पहलुओं पर रोशनी डाल रहे हैं।कोविड के बाद डी2सी ब्राण्ड्स के लिए सैशे लोन न्यू नॉर्मल बन चुके हैं, 2019-20 के बाद इनमें 43 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। 2020 और 2021 के बीच लिक्विडिटी संकट और महामारी के दौरान मांग बढ़ने की वजह से सैशे लोन में 48 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। हालांकि सैशे लोन के फायदों के कारण, उनकी मांग 2021 से बनी हुई है, 2021 से 2023 के बीच केवल 3 फीसदी की मामूली गिरावट आई है। सैशे लोन का कुल मूल्य बढ़ रहा है, लेकिन वितरण पर सख्त नियमों के चलते वॉल्युम में कमी आई है। सैशे लोन वितरण का वॉल्युम 2021 के बाद 19 फीसदी कम हुआ हैं अर्ली एंड ऑफ सीज़न सेल के बढ़ते रूझान कुल ऋण वितरण वॉल्युम में 40 फीसदी से अधिक योगदान दे रहे हैं।अप्रैल से जुलाई के दौरान 40 फीसदी वितरित किए गए ऋण भारत में ई-कॉमर्स एवं डी2सी ब्राण्ड्स द्वारा लॉन्च की गई अर्ली एंड ऑफ सीज़न सेल के लिए दिए गए। हालांकि यह नया रूझान है। अगस्त 2021 से जुलाई 2022 के बीच सैशे लोन वितरण में दो बार उछाल आया-दिसम्बर-जनवरी में और मार्च-अप्रैल में, जो क्रमशः त्योहारों के सीज़न और विंटर सेल्स के दौरान दर्ज किया गया। इस साल डी2सी ब्राण्ड्स ने मांग में गिरावट को देखते हुए अर्ली एंड ऑफ सीज़न सेल के दौरान अपने प्रोडक्ट्स पर भारी डिस्काउन्ट देने के लिए सैशे लोन लिए हैं। सैशे लोन और कारोबार के विकास के बीच सकारात्मक संबंध है। सैशे लोन वितरण में हर 1 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ कारोबार की सेल में 0.5 फीसदी बढ़ोतरी देखी गई। डी2सी ब्राण्ड्स के लिए कारोबार के विकास हेतु सैशे लोन ज़्यादा महत्वपूर्ण होते जा रहे हैं। हमारे विश्लेषण के मुताबिक सैशे लोन में हर 1 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ डी2सी ब्राण्ड की सेल में 0.5 फीसदी की बढ़ोतरी होती है।
शिक्षा और नौकरियों से जुड़ी डी2सी कंपनियों ने सबसे ज़्यादा 53 फीसदी सैशे लोन लिए हैं।
डी2सी ब्राण्ड्स में सैशे लोन पर 100 फीसदी पुनर्भुगतान दर पाई गई है, इससे स्पष्ट है कि यह मिड-टर्म पर्सनल लोन की तुलना में अधिक प्रभावशाली है।