नई दिल्ली- पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने उत्तरी दिल्ली नगर निगम के तर्ज पर सेल्युलर ऑन व्हील पॉलिसी को अंतिम रूप दे दिया है। पूर्वी दिल्ली के महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल ने बताया निगम क्षेत्राधिकार में मोबाइल इंटरनेट कनेक्टिविटी को बेहतर रूप से बढ़ाया जा सकेगा और इससे पूर्वी दिल्ली नगर निगम के राजस्व में भी वृद्धि होगी। महापौर ने बताया कि इसके तहत पूर्वी दिल्ली नगर निगम क्षेत्राधिकार में 150 सेल्युलर ऑन व्हील्स लगाए जायेंगे जिससे पूर्वी निगम को लगभग 13 करोड़ रुपए की वार्षिक आय प्राप्त होगी। निगमायुक्त विकास आनंद ने बताया कि सेल्यूलर फोन कॉल करते समय खराब सिग्नल तथा कॉल ड्रॉप के संबंिधत शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। इमारत की छत पर सेलुलर टावरों को स्थापित करने के परिणामस्वरूप भी खराब सिग्नल होते हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में जहां खराब सिग्नल की शिकायतें प्राप्त हो रही है वहां सेल्युलर ऑन व्हील्स स्थापित किया जा सकता है। निगमायुक्त ने बताया गाय एक अस्थायी व्यवस्था है जिसे सार्वजनिक स्थान यानी बाजार पार्क सडक़ के किनारे, पार्किंग क्षेत्र और विभाग परिसर में खुले स्थान पर स्थापित किया जा सकता है जहां कनेक्टिविटी की समस्या है। निगमायुक्त विकास आनंद ने बताया कि कोई भी दूरसंचार कंपनी एवं सेवा प्रदाता जिसके पास दूरसंचार संचार मंत्रालय का वैध लाइसेंस है की स्थापना के लिए आवेदन कर सकता है। इसके लिए अधिकतम क्षेत्र 50 वर्ग मीटर तक आवंटित किया जाएगा। आवंटित भूमि के लिए मासिक किराया शुल्क 339 रुपए प्रति वर्ग फुटप्रति माह की दर से लागू किया जायेगा। भूमि आवंटन के लिए मासिक किराया शुल्क 8 प्रतिशत प्रति वर्ष की दर से वार्षिक आधार पर बढाया जाएगा। इस प्रकार न्यूनतम मासिक किराया 50,000 रुपये कर प्रति माह वसूल किया जाएगा और अधिकतम की गणना दूरसंचार कंपनी एवं सेवा प्रदाता द्वारा आवश्यक वास्तविक क्षेत्र के अनुसार की जाएगी।