नोएडा- इंडियन चेंजमेकर एवं सफल इंटरप्रेन्योर रितेश रावल भारतीय संस्कृति के बारे में जागरुकता पैदा करने के लिए इन दिनों देवभूमि उत्तराखंड की यात्रा पर हैं। वाराणसी से शुरू किए गए अपने महात्वाकांक्षी प्रोजेक्ट ‘वट इज इंडिया बाय रितेश रावल के बारे में रितेश रावल ने उत्तराखंड के डीजीपी एवं वरिष्ठ आईपीएस अशोक कुमार से विशेष चर्चा में बताया कि इस प्रोजेक्ट के माध्यम से वह राज्य के स्थानीय समुदायों की पहचान को समाज की मुख्यधारा से जोड़कर उनके समावेशी विकास में योगदान देना चाहते हैं। दरअसल यह प्रोजेक्ट वट इज इंडिया नवाचार एवं उद्यमिता के जरिये स्थानीय समुदाय पर सकारात्मक सामुदायिक प्रभाव पैदा करने के रितेश रावल के मेगा प्रोजेक्ट का हिस्सा है। इसका उद्देश्य भारत की विविध संस्कृति और सामाजिक पहलुओं का पता लगाना और उसके बारे में अपने दृष्टिकोण को लोगों से साझा करना है।वट इज इंडिया बाय रितेश रावल’ दरअसल एक रिसर्च प्रोजेक्ट और एक सामाजिक प्रभाव के लिए एक पहल है जो भारत में जागरूकता पैदा करने और सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करती है। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य भारतीय संस्कृति की विविधता, स्थानीय समुदायों के सामने आने वाली चुनौतियों और उन्हें संबोधित करने के लिए लागू किए जा रहे अभिनव समाधानों का दस्तावेजीकरण और प्रदर्शन करना है। इन स्टोरीज़ और स्थानीय बोली को सबके सामने लाते हुए रितेश रावल सामूहिक प्रयास एवं स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाने की उम्मीद करते हैं।और इसलिए इस समय रितेश रावल देवभूमि, उत्तराखंड में क्षेत्र के सांस्कृतिक, पर्यावरण और सामाजिक मुद्दों पर अंतर्दृष्टि और दृष्टिकोण इकट्ठा करने के लिए स्थानीय संगठनों, विशेषज्ञों और व्यक्तियों के साथ बैठक और चर्चा करे रहे हैं।इसी सिलसिले में उन्होंने श्री अशोक कुमार, वरिष्ठ आईपीएस और डीजीपी उत्तराखंड से अपने विचारों का आदान-प्रदान और अंतर्दृष्टि प्राप्त करके उत्तराखंड की अपनी यात्रा शुरू की, जो एक बहुत ही प्रेरक व्यक्ति और एक पुस्तक ‘साइबर एनकाउंटर्स-कॉप्स एडवेंचर्स विद ऑनलाइन क्रिमिनल्स के लेखक भी हैं। रितेश रावल तस्वीरों, वीडियो और लिखित सामग्री के माध्यम से अपने अनुभवों और निष्कर्षों का दस्तावेजीकरण कर रहे हैं, जिन्हें विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और प्रोजेक्ट की वेबसाइट पर साझा किया जाएगा।इस बारे में रितेश रावल ने कहा, ‘मैं देवभूमि, उत्तराखंड में होने और इस क्षेत्र की अनूठी संस्कृति और विभिन्न पहलुओं के बारे में जानने के लिए उत्साहित हूं। उन्होंने आगे कहा, ‘वट इज इंडिया बाय रितेश रावल’ रिसर्च प्रोजेक्ट के माध्यम से, मैं स्थानीय समुदायों की आवाज़ को बढ़ाने और उनके काम के सकारात्मक प्रभाव को प्रदर्शित करने की आशा करता हूं। मेरा मानना है कि एक साथ काम करके, हम अधिक न्यायसंगत और टिकाऊ भारत का निर्माण कर सकते हैं। इस क्षेत्र में रितेश रावल के पास काम करने का काफी अनुभव है। तभी तो उन्हें हरियाणा के राज्यपाल और मुख्यमंत्री से चैंपियंस ऑफ चेंज अवार्ड सहित कई सम्मान प्राप्त हुए हैं। उनकी इस यात्रा को देखकर लगता है कि रितेश समाज में स्थानीय सांस्कृतिक आवाज के सच्चे प्रतिनिधि एवं सकारात्मक बदलाव के चैंपियन के रूप में उभरे हैं।