नई दिल्ली- राजधानी दिल्ली में तेजी से बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच विशेषज्ञ दिल्ली में जल्द ही कोरोना की पीक आने का अनुमान लगा रहे हैं। अधिकतर चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि 20 जनवरी से पहले दिल्ली में पीक आ सकता है। हालांकि, चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि पीक आना वायरस और ह्यूमन बिहेवियर पर निर्भर करता है। पीक को लेकर हो रहे दावों पर महामारी विशेषज्ञ डॉ. चंद्रकांत लहरिया का कहना है कि पीक दो तरीके से देखा जाता है। एक किसी मॉडल को तैयार करके जिसमें कोरोना के बारे में पिछले दो साल की पूरी जानकारी हो कि कब केस बढ़े, कब पीक आया, कब कितनी डेथ हुई आदि। दूसरा जब नए केस और संक्रमण दर एक नंबर के आसपास रुक जाए। दिल्ली में संक्रमण दर 29 प्रतिशत के आसपास और नए केस भी उसके आसपास हैं। इसलिए उम्मीद की जा सकती है कि 20 जनवरी से पहले कोरोना की पीक आ जाएगा।
उधर, ओमीक्रोन के मामलों में ऐसा देखा गया है कि दो सप्ताह तक बेहद तेजी से इसके केस बढ़ते हैं लेकिन फिर उतनी तेजी से नीचे गिरने लगते हैं। पीक के बाद दिल्ली में नए केस तेजी से कम होंगे। वहीं एम्स के डॉ नीरज निश्चल का कहना है कि पीक के बारे में दावे से कहना मुमकिन नहीं हैं। लेकिन नए केस और संक्रमण दर के आधार पर अंदाजा लग सकता है कि पीक कब आएगा। अब दिल्ली में नए केस दो तीन दिन से एक नंबर के आसपास है और संक्रमण दर भी एक उसी के आसपास तक है।
यह बढ़़ रही है जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि हम पीक की तरफ जा रहे हैं। कुछ दिनों में दिल्ली में पीक देखने को मिल सकता है। हालांकि, कोरोना की पीक वायरस और ह्यूमन बिहेवियर पर भी निर्भर करती है। यदि लोग घर के बाहर निकलेंगे तो और संक्रमित होंगे तो बड़ी आबादी संक्रमित हो जाएगी और पीक जल्दी आ जाएगा। बता दें कि हाल में ही आईआईटी कानपुर की तरफ से एक मॉडल के आधार पर कहा गया था कि दिल्ली में पीक 15 से 20 जनवरी के बीच पीक आ सकता है।