जयपुर-राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी ने कहा कि विभिन्न परिस्थितियों के चलते निर्वाचित सरकारों काम करने की सीमाएं होती हैं जिन्हें समझने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ऐसे कई हालात में गैर-सरकारी संगठनों व इस तरह काम कर रहे अन्य लोगों की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। जोशी ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, इस देश में जो राजनीतिक परिस्थितियां हैं उनको समझने की आवश्यकता है। सरकार अपने प्रयास कर रही है, क्योंकि चुनी हुई सरकार है। चाहे वह शिक्षा और स्वास्थ्य का क्षेत्र हो, महिला सशक्तिकरण का क्षेत्र हो सभी सरकारें अपने-अपने ढंग से उस काम को कर रही हैं। पर समाज में, जिस तरह की हमारी स्थितियां हैं उसमें सरकार की काम करने की सीमाएं होती हैं। जोशी ने कहा, एक सीमा उसके पास संसाधनों की उपलब्धता है, दूसरी सीमा यह है कि नीति बनाने वाले कितने दूरदर्शी हैं। इन दो सीमाओं के चलते सरकार जितनी तीव्र गति से काम करना चाहती है, उतनी तीव्र गति से काम नहीं कर पाती है। ऐसे में समाज में गैर सरकारी संगठनों, एनजीओ या अन्य माध्यमों से काम करने वालों की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। जोशी यहां माय इंडिया फाउंडेशन के अवार्ड समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कोविड के कारण स्कूली बच्चों की पढ़ाई पर पड़े प्रतिकूल असर पर ध्यान देने की अपील की और इस क्षेत्र में काम कर रहे लोगों से कोई नवाचार व समाधान पेश कर आदर्श प्रस्तुत करने का आह्वान किया। जोशी ने इस अवसर पर शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण सहित विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय काम कर रहे लोगों को एमआईएफ अवार्ड देकर सम्मानित किया। फाउंडेशन के डॉ मदन यादव ने सम्मानित होने वाले हस्तियों की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।