नई दिल्ली – होम हेल्थ मॉनिटरिंग और ट्रीटमेंट के लिए मेडिकल इक्विपमेंट में ग्लोबल लीडर जापानी कंपनी की इंडियन ब्रांच ओमरॉन हेल्थकेयर इंडिया ने ईसीजी टेक्नोलॉजी में ग्लोबल लीडर की इंडियन सब्सिडरी एफडीए-क्लियर्ड, सीई मार्क्ड और सीडीएससीओ अप्रूव्ड लाइवकोर इंडिया के साथ अपने कोलैब्रेशन की घोषणा की है। इस पार्टनरशिप के साथ, ओमरॉन हेल्थकेयर इंडिया अब भारत में टॉप ब्लड प्रेशर मॉनिटर प्लेयर होने के अलावा एआई-बेस्ड हैंडहेल्ड ईसीजी टेक्नोलॉजी भी प्रदान करता है। यह कोलैब्रेशन, कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ अवेयरनेस बढ़ाने और घटनाओं को रोकने के लिए ओमरॉन के “गोइंग फॉर जीरो” विजन में एक महत्वपूर्ण माइलस्टोन स्थापित करते हुए, पहले होम बीपीएम + ईसीजी मॉनिटरिंग एफडीए क्लियर डिवाइस (एक ही डिवाइस में अलाइवकोर ईसीजी के साथ ब्लड प्रेशर मॉनिटर) लेकर आया है जिससे कि सीवीडी (कार्डियोवैस्कुलर डिजीज) का जल्दी पता लगाकर उसे मैनेज किया जा सके। यह अलाइवकोर के एफडीए-क्लियर्ड और दुनिया भर क्लिनिकली मान्य पॉकेट-आकार के पर्सनल ईसीजी डिवाइस है। ये डिवाइस तुरंत विभिन्न एरिथमिया का पता लगाते हैं, जिनमें एट्रियल फिब्रिलेशन (अफ़िब), ब्रैडीकार्डिया, टैचीकार्डिया और अन्य शामिल हैं। ओमरॉन हेल्थकेयर लगभग आधी सदी से हाई ब्लड प्रेशर मैनेजमेंट में सबसे आगे रहा है, और इस साइलेंट खतरे से निपटने के लिए इनोवेटिव सॉल्यूशन पेश कर रहा है। हालांकि, जैसे-जैसे समय आगे बढ़ा, ओमरॉन को हाई ब्लड प्रेशर से परे अपने दायरे का विस्तार करने की आवश्यकता का एहसास हुआ। कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ की गहराई में जाने के साथ, कंपनी ने स्ट्रोक और कार्डियोवैस्कुलर बीमारी के सबसे बड़े रिस्क फैक्टर रोल निभाने वाले अफ़िब का पता लगाया है। इसके अलावा, हाई ब्लड प्रेशर अफ़िब के डेवलपमेंट के लिए प्रमुख रिस्क फैक्टर में से एक है।अफ़िब सामान्य हार्ट बीट को बाधित करता है और हृदय में छोटे और अनियमित वाइब्रेशन का कारण बनता है, जिससे अंदर रक्त जमा हो जाता है। इससे हार्ट में क्लॉट बन सकता है, जो कि मस्तिष्क तक जा सकता है और स्ट्रोक का कारण बन सकता है।ओमरॉनन हेल्थकेयर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर तेत्सुया यामादा कहते हैं कि “हाई बीपी के साथ स्ट्रोक का रिस्क 3.4 गुना अधिक होता है, लेकिन अफ़िब के साथ यह रिस्क 5 गुना अधिक हो जाता है, और इसलिए यदि लोगों को अक्सर अफ़िब होता है, तो उन्हें शीघ्र ही स्ट्रोक का सामना करना पड़ सकता है। यह दर्शाता है कि घर पर ईसीजी और ब्लड प्रेशर दोनों की मॉनिटरिंग करना और डॉक्टर को सूचित रखना स्ट्रोक जैसी कार्डियोवैस्कुलर और सेरेब्रोवास्कुलर हेल्थ कंडीशन के अर्ली मैनेजमेंट के लिए महत्वपूर्ण है। अलाइवकोर के साथ कोलैब्रेशन के बारे में विस्तार से बताते हुए, तेत्सुया यामादा ने आगे कहा कि,कार्डियोवैस्कुलर और सेरेब्रोवास्कुलर डिजीज की घटनाओं को खत्म करने के लिए हमारे विजन – “गोइंग टू जीरो” से इंस्पायर होकर, हम अपने जैसे विचारधारा वाले संस्थानों जैसे अलाइवकोर के साथ कोलैब्रेशन कर रहे हैं जिससे कि लोगों नई टेक्नोलॉजी प्रदान कि जा सके और घर के साथ-साथ रिमोट पेशेंट की मॉनिटरिंग की पहुंच, एक्यूरेसी, और क्वालिटी को बेहतर किया जा सके। इसके साथ ही यह लोगों को अपनी कंडीशन को बेहतर तरीके से मैनेज करने में भी ज्यादा मददगार साबित होगी। यह कोलैब्रेशन देश में कार्डियोलॉजिस्ट की सीमित संख्या से होने वाली समस्याओं को भी कम करने में मदद करेगा। इस इनोवेटिव डिवाइस के साथ, हम ईसीजी के वेटिंग टाइम कम कर करने के साथ ज्यादा लोगों तक इसकी पहुंच को भी बढ़ा सकते हैं जिससे मरीजों को अपने डॉक्टरों और देखभाल करने वालों को सुविधाजनक और रियल टाइम में हेल्थ अपटेड देने में में मदद मिलेगी जिससे कि वे अधिक कॉर्डिवेस्कुलर हेल्थ मैनेजमेंट के लिए बेहतर निर्णय ले सकें।अलाइवकोर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर अनुज सेठ ने इस अवसर पर कहा,अलाइवकोर में, मोबाइल टेक्नोलॉजी के माध्यम से कार्डियक केयर में क्रांति लाने वाली अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी प्रदान करना हमारे लोकाचार में शामिल है। हम यथासंभव अधिक से अधिक व्यक्तियों तक पहुंचने के लिए रिमोट पेशेंट केयर तक पहुंच बढ़ाने के लिए समर्पित हैं। ओमरॉन हेल्थकेयर इंडिया के साथ पार्टनरशिप से हमें अधिक रोगियों तक अपने प्रोडक्ट की पहुंच बढ़ाने में मदद मिलती है, जिससे अधिक लोगों की जान बचाई जा सकती है।