-रविवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ महापर्व
-सोमवार को होगा खरना, तीसरे दिन अस्ताचलगामी सूर्य की पूजा
-बुधवार को उगते सूर्य की पूजा के साथ पूर्ण होगा व्रत
Team Perfect News/ New Delhi
प्रकृति पूजा का महा आस्था का छठ पर्व रविवार से शुरू हो गया। रविवार सुबह व्रती पूजा के बाद नहाय-खाय की विधि शुरू हो गई। इस दौरान छठ व्रती चावल, चने की दाल व लौकी की सब्जी ग्रहण करेंगी। साथ ही खरना की तैयारी भी शुरू कर देंगी। खरना सोमवार को है। इस दिन गुड़ व चावल की विशेष खीर बनाई जाती है। व्रती के खाने के बाद इसे लोगों में प्रसाद के रूप में वितरित किया जाता है।
नहाय-खाय से शुरू होता है छठ पर्व
दिल्ली-एनसीआर सहित पूरे उत्तर भारत के घरों में छठ पर्व को लेकर उल्लास का माहौल है। जगह-जगह छठ मइया के गीत बज रहे हैं। नहाय-खाय के लिए महिलाओं ने बाजार से पूरी खरीदारी कर ली है। नहाय-खाय वाले दिन से छठ पर्व की शुरुआत मानी जाती है। दूसरे दिन खरना होता है। तीसरे दिन अस्ताचलगामी सूर्य और चौथे दिन उदय होते ही सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही पर्व सम्पन्न हो जाता है।
प्रकृति पूजा का पर्व
दिल्ली के शिव विहार निवासी परशु राम झा का कहना है कि छठ पर्व को अब पूर्वांचल ही नहीं बल्कि सभी लोग हर्षोल्लास से मनाते हैं। साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा जाता है। यह प्रकृति से जुड़ा पर्व है, प्रकृति की पूजा होती है इसलिए इस बात का ध्यान रखा जाता है कि पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं हो। पहले दिल्ली-एनसीआर में कहीं-कहीं छठ मइया की पूजा होती थी, लेकिन अब लगभग हर कॉलोनी में लोग इसे मना रहे हैं। दिल्ली ही सैकड़ों घाट बने हुए हैं। पूजा समितियों की ओर से सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं।
बाजारों में भीड़-भाड़
स्थानीय निवासी आशीष के मुताबिक छठ पर्व की तैयारी कई दिन पहले से शुरू हो गई थी। छठ के लिए बाजारों में भी खूब चहल पहल है और पूरी तरह से सज गए हैं। पहले लोगों को छठ पर्व से संबंधित सामान नहीं मिलते थे, लेकिन अब हर छोटी-बड़ी कालोनी में यह सामान आसानी उपलब्ध हो जाते हैं।