नई दिल्ली- राजधानी दिल्ली में कोरोना के मामलों में वृद्धि के बावजूद अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या कम है।लिहाजा, कोविड-19 के मद्देनजर आगे प्रतिबंध लगाने की जरूरत की जल्द समीक्षा की जाएगी। यह कहना है दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का। मंत्री ने शनिवार को कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से शुक्रवार को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में संक्रमण के 1,796 मामले सामने आए और संक्रमण दर 2.44 फीसद दर्ज की गई व संक्रमण से एक भी मरीज की मौत नहीं हुई।
जैन ने कहा कि वायरस तेजी से फैल रहा है लेकिन अच्छी बात यह है गंभीर मामले नहीं हैं। संक्रमण का उपचार चाहे वह ओमीक्रोन स्वरूप का हो या डेल्टा का, इलाज और रोकथाम पहले वाले ही हैं। लोगों को बहुत जरूरत पडऩे पर ही बाहर निकलना चाहिए और मास्क पहनना चाहिए। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने बुधवार को यह निर्णय लिया था कि दिल्ली में येलो अलर्ट के तहत लगे प्रतिबंध अभी लागू रहेंगे और अधिकारी नए प्रतिबंध लगाने के संबंध में स्थिति पर नजर बनाए रखेंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमने प्रतिबंध लगाए हैं।
अन्य राज्यों में सिर्फ रात्रिकालीन कफ्र्यू लागू है लेकिन दिल्ली में हमने विद्यालय और मल्टीप्लेक्स समेत अन्य बंद कर दिए हैं। दिल्ली में दूसरी लहर के दौरान अप्रैल और मई में बड़ी संख्या में लोग अस्पताल में भर्ती हो रहे थे लेकिन अब भर्ती संख्या कम है। आगे के प्रतिबंधों की समीक्षा होगी।