नई दिल्ली- पश्चिमी विक्षोभ के कारण शुक्रवार देर रात से शनिवार शाम तक दिल्ली में हुई बारिश ने पिछले 60 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। बीते 24 घंटे में राजधानी में 41 एमएम बारिश दर्ज हुई, यह 26 जनवरी 1962 के बाद सबसे ज्यादा बारिश का आंकड़ा है। बारिश के कारण राजधानी के अधिकतर जगहों पर जलभराव की स्थिति बन गई, वहीं कई जगहों पेड़ गिरने की शिकायत भी दिल्ली नगर निगम को मिली। स्काईमेट वेदर के मौसम विज्ञानी डॉ. महेश पलावत ने बताया कि शनिवार देर शाम तक सफदरजंग केंद्र पर 41 एमएम बारिश दर्ज गई है।
वहीं पालम केंद्र पर 48 एमएम बारिश हुई। इससे पहले एक दिन में सबसे ज्यादा रिकॉर्ड बारिश 26 जनवरी 1962 को 45.5 एमएम दर्ज हुई थी। उन्होंने कहा कि रविवार को भी Delhi-NCR के कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। हालांकि, उत्तर भारत से आने वाली ठंडी हवाओं के कारण तापमान में गिरावट दर्ज होगी। उम्मीद है कि अगले दो दिनों में न्यूनतम तापमान में 8 से 9 डिग्री तक की गिरावट हो सकती है। वहीं भारतीय मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 16.4 डिग्री रहा जो सामान्य से 3 डिग्री कम और न्यूनतम तापमान 15.2 डिग्री दर्ज किया गया।
विभाग के अनुसार शनिवार सुबह साढ़े 8 बजे तक 40.6 एमएम और शाम साढ़े 5 बजे तक 6.2 एमएम बारिश दर्ज हुई। सुबह साढ़े 8 बजे तक पालम में 47.6, लोधी रोड में 42.2 एमएम, रिज क्षेत्र में 48.00 एमएम, आया नगर में 49.0 एमएम, नजफगढ़ में 42.50 एमएम और नरेला में 40.50 बारिश हुई। वहीं शाम साढ़े 5 बजे तक पालम में 14.0, लोधी रोड में 06.7 एमएम, रिज क्षेत्र में 7.2 एमएम, आया नगर में 6.9 एमएम, नजफगढ़ में 16.0 एमएम और नरेला में 10.5 बारिश दर्ज हुई। उधर, दिल्ली में दिन भर हुई रुक-रुक कर बारिश के कारण दिल्ली में सडक़ पर पानी जमा हो गया।
पुल प्रहलादपुर अंडरपास, आजादपुर, पूर्वी दिल्ली में मंडावली अंडरपास सहित दिल्ली के अधिकतर जगहों पर पानी भरने के कारण गाड़ी चालकों को काफी दिक्कत हुई। हालांकि वीकेंड कफ्र्यू के कारण काफी कम समय में लोग अपने घर से निकले, जिस कारण सडक़ों पर राहत दिखी, लेकिन बारिश के कारण अधिकतर जगहों पर पेड़ गिरने, बस खराब होने व अन्य कारणों से दिक्कत हुई।
दिल्ली में बारिश और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चली तेज हवाओं के बाद प्रदूषण स्तर में भारी गिरावट दर्ज हुई। दिल्ली के अधिकतर जगहों पर 24 घंटे पहले 250 से अधिक के स्तर पर था, जो शनिवार को घटकर 91 से नीचे पहुंच गया। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के अनुसार शनिवार को पूठ खुर्द, बवाना, नेहरू नगर, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, डॉ. करणी सिंह शूटिंग रेंज, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम, पटपडग़ंज, विवेक विहार, सोनिया विहार, नरेला, नजफगढ़, रोहिणी, ओखला फेज-2, अशोक विहार, वजीरपुर, जहांगीरपुरी, द्वारका, सेक्टर 8, अलीपुर, पूसा, श्री अरिबिंदो मार्ग, मुंडका, आनंद विहार, और पंजाबी बाग में प्रदूषण का स्तर 100 के करीब रहा। समिति के अनुसार आने वाले दिनों में प्रदूषण स्तर में गिरवाट ही रहेगी, लेकिन 3 दिन बाद सुबह धुंध छाए रहने के कारण प्रदूषण स्तर में फिर बढ़त हो सकती है।
दिल्ली में बारिश और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चली तेज हवाओं के बाद प्रदूषण स्तर में भारी गिरावट दर्ज हुई। दिल्ली के अधिकतर जगहों पर 24 घंटे पहले 250 से अधिक के स्तर पर था, जो शनिवार को घटकर 91 से नीचे पहुंच गया। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के अनुसार शनिवार को पूठ खुर्द, बवाना, नेहरू नगर, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, डॉ. करणी सिंह शूटिंग रेंज, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम, पटपडग़ंज, विवेक विहार, सोनिया विहार, नरेला, नजफगढ़, रोहिणी, ओखला फेज-2, अशोक विहार, वजीरपुर, जहांगीरपुरी, द्वारका, सेक्टर 8, अलीपुर, पूसा, श्री अरिबिंदो मार्ग, मुंडका, आनंद विहार, और पंजाबी बाग में प्रदूषण का स्तर 100 के करीब रहा। समिति के अनुसार आने वाले दिनों में प्रदूषण स्तर में गिरवाट ही रहेगी, लेकिन 3 दिन बाद सुबह धुंध छाए रहने के कारण प्रदूषण स्तर में फिर बढ़त हो सकती है।