मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि कोरोना के कई वेरिएंट सामने आ चुके हैं। किसी विशेष वेरिएंट के लिए अलग से कोई खास प्रोटोकॉल या इलाज की प्रक्रिया नहीं है। उन्होंने कहा कि लोग आजकल ओमीक्रोन के टेस्ट की मांग कर रहे हैं। ओमीक्रोन की जानकारी सिर्फ और सिर्फ सरकार और नियम बनाने वाली संस्थानों के लिए जरूरी है, ताकि वे उसके हिसाब से व्यवस्था सुनिश्चित कर सकें। मरीजों को कोरोना के वेरिएंट के बारे में जानकार भी कुछ नया हासिल नहीं होगा। क्योंकि अन्य कोरोना के वेरिएंट के लिए जो इलाज की प्रक्रिया है बिल्कुल वही प्रक्रिया ओमीक्रोन के वेरिएंट के लिए भी है।