नई दिल्ली – भारत की अल्कोहल-बेवरेज इंडस्ट्री में नया इतिहास रचते हुए, अमृत ने अपने नवीनतम सिंगल माल्ट ‘एक्सपीडिशन’ को पेश किया है। यह भारत में निर्मित अब तक का सबसे पुराना सिंगल माल्ट है, जिसे 15 वर्षों की अनूठी परिपक्वता प्रक्रिया से निखारा गया है। इस असाधारण व्हिस्की ने पहले आठ वर्षों तक यूरोप से प्राप्त विशेष शेरी कास्क में परिपक्वता हासिल की और फिर अगले सात वर्षों तक अमेरिका के पूर्व-बोर्बन कास्क में इसकी जटिलता और गहराई को और परिष्कृत किया गया।अमृत एक्सपीडिशन की केवल 75 बोतलें निर्मित की गई हैं, जिससे यह व्हिस्की एक अनमोल संग्रहणीय धरोहर बन गई है। इसकी पैकेजिंग भी उतनी ही भव्य है जितनी कि इसकी गुणवत्ता राजसी आकर्षण से परिपूर्ण, हाथ से निर्मित और विशेष रूप से डिजाइन की गई। इस ऐतिहासिक लॉन्च के अवसर पर अमृत डिस्टिलरीज़ के प्रबंध निदेशक रक्षित एन. जगडाले ने कहा, अमृत एक्सपीडिशन केवल एक व्हिस्की नहीं, बल्कि हमारे 75 वर्षों की उत्कृष्टता की यात्रा का प्रतीक है। यह हमारे संस्थापक जे.एन. राधाकृष्ण राव जगडाले की दूरदर्शिता और मेरे दिवंगत पिता नीलकंठ राव जगडाले की अथक मेहनत को समर्पित एक श्रद्धांजलि है, जिन्होंने भारतीय सिंगल माल्ट को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाई।इसकी कीमत 12,000 अमेरिकी डॉलर से अधिक है, जो इसे एक विशेष निवेश और विरासत के रूप में स्थापित करता है। अमृत एक्सपीडिशन न केवल भारत की सबसे पुरानी सिंगल माल्ट व्हिस्की है, बल्कि इसकी पैकेजिंग और प्रस्तुति भी इसे देश की अब तक की सबसे भव्य व्हिस्की बनाती है। यह ऐतिहासिक रिलीज अमृत की अथक प्रतिबद्धता और नवाचार की यात्रा का प्रमाण है, जो इसे भारतीय व्हिस्की उद्योग में अग्रणी बनाता है।