तेलंगाना देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. लोकसभा चुनाव 2024 से पहले सभी पार्टियों के लिए विधानसभा चुनाव सबसे बड़ी चुनौती है. ऐसे में सभी राजनीतिक दलों ने इस चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. चुनावी राज्यों में दिग्गज नेताओं के आने का सिलसिला जारी है. इसी क्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह  तेलंगाना पहुंचे और चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस और बीआरएस पर जमकर निशाना साधा है.दक्षिण राज्य तेलंगाना में अगले महीने 30 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान पड़ेंगे, जबकि वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी. राज्य में इस वक्त बीआरएस की सरकार है और के चंद्रशेखर राव मुख्यमंत्री हैं. यहां पिछली दो बार से लगातार बीआरएस की सरकार है. कर्नाटक में जीत के बाद कांग्रेस ने इस बार तेलंगाना को चुनावी केंद्र बनाया है और अपनी जीत के लिए जनता से बड़े-बड़े वादे किए हैं. वहीं, भारतीय जनता पार्टी दक्षिणी राज्य में अपनी सरकार बनाने के लिए तैयार रणनीति पर काम कर रही है. इसे लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने तेलंगाना में ऐलान किया है कि अगर तेलंगाना में बीजेपी की सरकार आई तो एक OBC मुख्यमंत्री बनेगा.केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तेलंगाना के सूर्यापेट में सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मैं आज तेलंगाना की जनता को बताने आया हूं कि तेलंगाना का भला न ही TRS कर सकती है, न ही कांग्रेस कर सकती है, तेलंगाना को संपूर्ण विकसित राज्य बनाने का कार्य केवल और केवल, भाजपा ही कर सकती है. तेलंगाना में भाजपा के खिलाफ लड़ने वाली दोनों पार्टियों (TRS और कांग्रेस) का लक्ष्य तेलंगाना की जनता का भला करना नहीं है, KCR, KTR को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और सोनिया गांधी, राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं. ये दोनों परिवारवादी पार्टियां हैं.