नई दिल्ली – एनईसी कॉर्पोरेशन की सब्सिडरी एनईसी कॉर्पोरेशन इंडिया को आज स्मार्ट सिटीज़ मिशन के तहत आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा आयोजित इंडिया स्मार्ट सिटीज़ अवॉर्ड कॉन्टेस्ट (आईएसएसी) 2022 में सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान एनईसी कॉर्पोरेशन इंडिया को स्मार्टसिटी सेगमेन्ट में टॉप तीन एमएसआई में से एक के रूप में दर्शाया गया और सूरत बस ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम (एएफसीएस) प्रोजेक्ट के लिए एमएसआई पार्टनर कैटेगरी में दूसरा पुरस्कार मिला। एनईसी के पुरस्कार विजेता सूरत बस एएफसीएस प्रोजेक्ट ने कॉन्टैक्टलैस रूपे स्मार्ट कार्ड्स के द्वारा यात्रियों के लिए शहर में यात्रा को आसान बनाया है। रोज़मर्रा के आवागमन को आसान बनाने के लिए डिज़ाइन किए गए ये स्मार्ट कार्ड तकरीबन 200,000 यात्रियों को लाभान्वित कर रहे हैं।आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी से इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को प्राप्त करते हुए आलोक कुमार, कॉर्पोरेट ऑफिसर एवं सीनियर वाईस प्रेज़ीडेन्ट- हैड ऑफ ग्लोबल स्मार्ट सिटी बिज़नेस, एनईसी कॉर्पोरेशन और प्रेज़ीडेन्ट एवं सीईओ, एनईसी कॉर्पोरेशन इंडिया ने कहा, ‘‘शहरी परिवहन क्षेत्र में एनईसी इंडिया के उल्लेखनीय प्रयासों पर मुझे गर्व है। यह पुरस्कार एनईसी के प्रयासों की पुष्टि करता है जो स्थायित्व एवं समावेशन को बढ़ावा देते हुए देश के स्मार्ट सिटी दृष्टिकोण को साकार करने में योगदान दे रही है। खासतौर पर सूरत स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स के लिए मिला यह पुरस्कार शहर एवं एनईसी द्वारा शहरी परिवहन में बदलाव लाने की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। सूरत का स्मार्ट सिटी के रूप में रूपान्तरण सही मायनों में सराहनीय है। सार्वजनिक परिवहन प्रणाली का यह संयोजन कई उपलब्धियों में से एक है जो अन्य शहरों के लिए अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करता है। आलोक कुमार ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा,मैं भारत सरकार के प्रति आभारी हूं जिन्होंने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए एनईसी इंडिया पर भरोसा किया। हम सुरक्षित एवं स्मार्ट समाधानों के साथ भारत के विकास को समर्थन प्रदान करने तथा करोड़ों नागरिकों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। कमलेश नायक- जनरल मैनेजर एवं मैनेजिंग डायरेक्टर, सूरत सिटीलिंक लिमिटेड ने कहा, ‘‘सूरत में लागू किया गया एएफसीएस एक स्मार्ट समाधान है जो हमारे शहर के स्मार्ट सार्वजनिक परिवहन के दृष्टिकोण के अनुरूप हैं एनईसी ने न सिर्फ इस सिस्टम का निर्माण किया है बल्कि पिछले सात सालों में अपने संचालन और रखरखाव में बेजोड़ समर्पण का प्रदर्शन भी किया है। इसी प्रतिबद्धता ने हमारे नागरिकों के लिए सार्वजनिक परिवहन के अनुभव को सुगम बनाया है। एनईसी के व्यापक कार्यों के परिणामस्वरूप सूरत के लोग अब एक ही टिकट के साथ सुविधाजनक रूप से यात्रा कर सकते हैं, फिर चाहे वे परिवहन का कोई भी विकल्प चुनें। इस समेकन ने सूरत म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन को भी परिवहन के विभिन्न विकल्पों को संरेखित करने में सक्षम बनाया है जिसमें बस रैपिड ट्रांज़िट सिस्टम और सिटी बस सर्विस शामिल है। इसके अलावा एनईसी के आधुनिक दृष्टिकोण के चलते किराया संग्रहण एवं राजस्व सृजन में डिजिटलीकरण को अपनाया गया है, और हमारी सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को तकनीकी रूप से आधुनिक बनाया गया है।इससे न सिर्फ दक्षता बढ़ी है बल्कि आधुनिक शहरी परिवहन समाधानों में नए मानक भी स्थापित हुए हैं। हमें उम्मीद है कि शहर में सार्वजनिक परिवहन को बेहतर बनाने के लिए आपसी सहयोग के साथ हम इसी तरह सफलता हासिल करते रहेंगे।10 मार्च 2017 को शुरू हुआ और 15 फरवरी 2019 को पूरा हुआ एएफसीएस सूरत स्मार्ट सिटी का स्मार्ट समाधान है, जो स्मार्ट लक्ष्यों को पूरा करता है। एनईसी द्वारा स्थापित सिस्टम सात सालों से इसके संचालन एवं रखरखाव का प्रबन्धन कर रहा है जो सार्वजनिक परिवहन को सुगम बनाने के इसके प्रयासों की पुष्टि करता है। सूरत में एनईसी के व्यापक कार्यों के चलते लोग अब एक ही टिकट के साथ सुविधाजनक रूप से यात्रा कर सकते हैं, फिर चाहे वे परिवहन का कोई भी विकल्प चुनें। इस समेकन ने सूरत म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन को भी परिवहन के विभिन्न विकल्पों को संरेखित करने में सक्षम बनाया है जिसमें बस रैपिड ट्रांज़िट सिस्टम और सिटी बस सर्विस शामिल है। सूरत मनी कार्ड में एएफसीएस के कई फीचर्स हैं जो 157 बीआरटीएस स्टेशनों, 166 बीआरटीएस और 575 सिटी बसों के सुगम संचालन को सुनिश्चित करते हैं। इसके अलावा पेपर टिकट का इस्तेमाल कम करके एसएमसी सूरत के पर्यावरणी लक्ष्यों में भी योगदान दे रहा है। उल्लेखनीय है कि 2014 में प्रतिदिन राइडरशिप 28000 थी जो 2022 में 210,000 तक पहुंच गई। सूरत मनीकार्ड के द्वारा प्रतिदिन होने वाले लेनदेन 2018 में शून्य से बढ़कर 2022 में 72,754 के आंकड़े तक पहुंच गए।