नई दिल्ली – वाणिज्य मंत्रालय, भारत सरकार के उद्योग एवं आतंरिक व्यापार प्रोत्साहन विभाग (डीपीआईआईटी) की पहल, ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स ने आज एक-दिवसीय समारोह – बी2बी अनलॉक्ड का आयोजन करके बी2बी व्यापार में बुनियादी बदलाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। ओएनडीसी के प्रधान कार्यालय में आयोजित इस समारोह में ओपन नेटवर्क का बी2बी व्यापार के क्षेत्र में प्रवेश हुआ। इससे व्यापारियों को प्रत्यक्ष रूप से थोक व्यापार में दूसरे व्यवसायियों के साथ संपर्क करने में आसानी होगी।आज के व्यावसायिक परिदृश्य में, जहाँ ऋण की सुलभता सीमित है, लॉजिस्टिक्स का खर्च ऊँचा है, और लाभ के मार्जिन की कमी भारी चुनौतियाँ पेश करती हैं, ओएनडीसी का ओपन नेटवर्क अति-आवश्यक समाधान मुहैया करता है। बिना रुकावट के निरंतर कनेक्टिविटी और डिजिटल रूपांतरण को प्रोत्साहन देकर ओएनडीसी व्यावसायिक संगठनों को इन बाधाओं पर काबू करने और बी2बी वाणिज्य का लाभ उठाने की क्षमता प्रदान करता है । ओपन नेटवर्क का लाभ उठाकर व्यावसायी अपनी पहुँच बढ़ा सकते हैं, नयी साझेदारी कर सकते हैं और पहले से अप्रयुक्त बाज़ारों का उपयोग कर सकते हैं। इस परिवर्तन से उन्हें अपने मुख्यतः ऑफलाइन परिचालनों से छुटकारा पाने और वृद्धि एवं सफलता के लिए नए अवसरों के द्वार खोलने की क्षमता हासिल होगी।इस समारोह में ओएनडीसी के प्रधान कार्यालय के अनेक हितधारकों के भाग लिया। स्वागत भाषण में ओएनडीसी के एमडी और सीईओ, टी. कोशी ने संगठन की अभी तक की गतिविधियों की जानकारी दी और बी2बी व्यापार की रूपान्तरकारी शक्ति पर प्रकाश डाला। उनके भाषण के बाद डीपीआईआईटी के संयुक्त सचिव, श्री संजीव ने मुख्य वक्तव्य दिया, जिसमें उन्‍होंने ओएनडीसी द्वारा की गई प्रगति और बी2बी इकोसिस्टम में कार्य करने वाले व्यापारियों के लिए इसके द्वारा प्रस्तुत अनेकानेक फायदों पर बल दिया। इसके अलावा, सिडबी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक, श्री एस. रमण ने अपने विशेष संबोधन में ओपन नेटवर्क का लाभ उठाने में एमएसएमई की समावेशी भूमिका पर प्रकाश डाला।