नई दिल्ली- दिल्ली के अंदर तीसरे कार्यकाल का दो साल पूरा करने वाले केजरीवाल पूरे बजट का मात्र 21 प्रतिशत पैसे ही खर्च कर पाए हैं। 65000 करोड़ रुपए का सलाना बजट और उसका सिर्फ 21 प्रतिशत खर्च करना यह बताता है कि दिल्ली के अंदर काम न करने की नियत केजरीवाल सरकार की शुरु से ही रही है। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कही। उन्होंने कहा पंजाब की जनता से अपील करते हुए कहा कि पिछले सात सालों से दिल्ली की जनता से झूठ बोलकर उन्हें गुमराह करने वाले केजरीवाल से सावधान रहने की जरुरत है। गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल का दिल्ली मॉडल बदहाल मोहल्ला क्लीनिक है जिसको बनवाने में 1500 करोड़ रुपये खर्च किए गए और 500 करोड़ रुपए प्रति साल खर्च होते हैं लेकिन वहां ऐसी दवाईयां दी जाती है जिससे बच्चों की जान तक चली जाती है। पंजाब में रोजगार देने की बात करने वाले केजरीवाल के आवास के बाहर लगभग एक सप्ताह से आंगनबाड़ी की महिलाएं अपनी मांगों को लेकर बैठी हैं लेकिन केजरीवाल उनकी सुध लेने की जगह चुनावी यात्रा में मशगुल हैं। यही नहीं दिल्ली में लगभग 22000 गेस्ट शिक्षक हैं जिन्हें आज तक नियमित करने की जगह जब शिक्षकों ने अदालत का रुख अपनाया तो दिल्ली सरकार ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया। इस दौरान भाजपा नेता सरदार मनजिंदर सिंह सिरसा ने पंजाब के मतदाताओं से एक बार फिर बदलाव लाने की अपील करते हुए कहा कि पंजाब को सुरक्षित, बेरोजगारी एवं नशामुक्त और खुशहाल बनाने के लिए एक बार भाजपा गठबंधन की सरकार लानी ही होगी। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बहुरुपिया और आम आदमी पार्टी को लूटेरों की गिरोह बताते हुए आरोप लगाया कि पंजाब में वे जो भी वायदें कर रहे हैं, उनमें से एक को भी उन्होंने दिल्ली में पूरा नहीं किया है। सिरसा ने कहा कि पंजाब को नशामुक्त बनाने का वायदा करने वाले केजरीवाल ने दिल्ली में 850 से ज्यादा शराब की दुकानें खोलकर दिल्ली में घर-घर शराब पहुंचाने और नशे का व्यापार करने का काम किया है।